हरदोई. देश में तीन तालक का मुद्दा जोरों पर है. प्रधानमंत्री भी तीन तलक का विरोध कर चुके है. यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाया था. जिसके बाद यूपी में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला था. बीजेपी को देवबंद जैसी जगहों पर भी जीत मिली थी जो मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है. जिसके बाद राजनितिक विशेषज्ञों का मानना था कि तीन तलाक का मुद्दा उठाने की वजह से बीजेपी को मुस्लिम महिलाओं का वोट मिला था. जिसकी मदद से बीजेपी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भी जीती थी.
यूपी चुनाव के बाद से मुस्लिम महिलाये खुल कर सामने आ रही है और पीएम मोदी से इसी ख़त्म करने की मांग कर आ रही है इसी कड़ी में सोमवार को तलाक से पीड़ित महिला भाजपा सांसद अंशुल वर्मा के आवास पर न्याय मांगने पहुची. इस महिला ने रोते हुए अपनी व्यथा सुनाई. रोते हुए महिला ने कहा कि ‘तीन तलाक़ के इसी कुप्रथा के खिलाफ मोदी जी के नाम पर हमने वोट दिया है. अब मोदी जी ही इंसाफ करें. इस महिला ने सरकार से इच्छा म्रत्यु की मांग की है. आप को बता दें कि इस महिला को इसके पति ने दो लास्कियों के जन्म के बाद तलाक दे दिया है.
पत्र भेज कर तलाक का मामला
तीन तलाक के विरोध का एक और मामला आगरा में सामने आया है. जहाँ एक सिपाही की पत्नी ने आईजी जोन आगरा से शिकायत की है कि इसराइल बेग नाम के सिपाही ने एक कागज पर ट्रिपल तलाक लिख कर के उसे तलाक दे दिया है. इसराइल बेग मैनपुरी के बरनाहल थाने में तैनात है. आईजी ने 3 दिन के अंदर जांच कराने के दिए आदेश है. आप को बता दें कि 2012 में गुलाब शाह की इसराइल से शादी हुई थी. और जुलाई 2016 में इसराइल ने पत्र भेजकर तलाक दे दिया.