लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी दलों ने अपने मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं वहीं भाजपा अभी भी मंथन में लगी है। भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनावों के बाद से लगातार यूपी के लिए एक ऐसे चेहरे की तलाश में है जिसके नाम पर आसानी से वोट हाशिल कर सके। भाजपा ऐसे चेहरे की तलाश कर रही है जिसमें तेवर भी और भीड़ जुटाने की छमता भी।
यूपी चुनाव को लेकर उलटी गिनती शुरूयूपी चुनावों को लेकर अब उलटी गिनती शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से मैदान में उतर चुके हैं। चुनाव आयोग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यूपी में बढ़ी चुनवी सक्रियता को देखते हुए भाजपा भी जल्द ही अपना सीएम फेस मैदान में उतारने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो यूपी में भाजपा वरुण गांधी के नाम पर विचार कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता के अनुसार हालही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरूण गांधी की करीब 45 मिनट की मुलाकात हुई। इस दौरान उनकी वरूण से यूपी चुनाव के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। जब से ये बात मीडिया में आई है भाजपा समेत सभी दलों में इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
यूपी चुनाव को लेकर उलटी गिनती शुरूयूपी चुनावों को लेकर अब उलटी गिनती शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से मैदान में उतर चुके हैं। चुनाव आयोग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यूपी में बढ़ी चुनवी सक्रियता को देखते हुए भाजपा भी जल्द ही अपना सीएम फेस मैदान में उतारने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो यूपी में भाजपा वरुण गांधी के नाम पर विचार कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता के अनुसार हालही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरूण गांधी की करीब 45 मिनट की मुलाकात हुई। इस दौरान उनकी वरूण से यूपी चुनाव के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। जब से ये बात मीडिया में आई है भाजपा समेत सभी दलों में इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
वरूण मामले पर राजनाथ और मोदी में होगी बात भाजपा नेता ने इस बात का भी खण्डन किया कि भाजपा नेतृत्व वरूण गांधी से नाराज चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने हालही में यूपी में एक सर्वे कराया जिसमें वरुण गांधी को 70 फीसदी लोगों ने अपनी पहली पसंद बताया है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर जल्द प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गृहमंत्री व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रहे राजनाथ सिंह से भी चर्चा करेंगे। उसके बाद राजस्थान के राज्यपाल और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से भी मुलाकात कर इस पर गहन चर्चा करेंगे।
यूपी जीतने के लिए भाजपा ने लगा रखा है एड़ी-चोटी का जोरउत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों की अहमियत को इसी बात से समझा जा सकता है कि चुनाव से एक साल पहले ही बसपा ने कई सीटों पर अपने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। वहीं सत्ता पर आसीन दल सपा ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इन सब के बीच 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ केन्द्र की सत्ता पर काबिज हुई भाजपा भी प्रदेश में होने वाले चुनावों में जीत हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।