बलिया जिले दुर्जनपुर गांव में हुए हत्याकांड में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिवार की महिलाओं को लेकर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह शनिवार सुबह रेवती थाने पहुंच गए। विधायक के साथ आराधना सिंह पत्नी प्रयाग सिंह, आशा सिंह पत्नी राजेन्द्र सिंह, आशा प्रकाश सिंह पत्नी नरेंद्र प्रताप सिंह रहीं।
विधायक ने पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ से घायल महिलाओं का मेडिकल मुआयना कराने की मांग की। साथ ही इस पक्ष के लोगों की प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर बातचीत की। बातचीत के बाद विधायक पुलिस स्टेशन से बाहर निकले। उसके बाद घायलों को लेकर सीएचसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों के नहीं होने की बात कहकर घायलों के साथ जिला अस्पताल रवाना हो गए।
बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में गुरुवार को कोटे की दुकान के चयन के लिए खुली बैठक हो रही थी। इसमें एसडीएम, सीओ, एसओ व अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे भी चले। इसमें छह लोग घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में धीरेंद्र समेत आठ नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसडीएम, सीओ के अलावा मौके पर मौजूद 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
डीआईजी आजमगढ़ सुभाषचंद दुबे ने बताया कि सभी आरोपियों पर 75-75 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एनएसए, गुंडा एक्ट और गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई होगी। आरोपियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी। किसी तरह का कोई दबाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों आरोपी नामजद थे। अज्ञात के रूप में दर्ज आपंच आरोपी हिरासत में हैं। इनके नाम का खुलासा नहीं किया गया है। धीरेंद्र समेत छह अन्य नामजद और अज्ञात 20 आरोपी फरार हैं। देवेंद्र को रेवती रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया है।