जीवित जन्मे बच्चे को मृत बताने को लेकर विवादों में घिरे मैक्स हॉस्पिटल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जुड़वा बच्चों के पिता ने रोहिणी के मजिस्ट्रेट कोर्ट में इस संबंध में याचिका दायर की है.
पीड़ित पिता आशीष कुमार का कहना है कि शालिमार बाग स्थित मैक्स हॉस्पिटल के खिलाफ इस समय जो जांच चल रहा है, वह निष्पक्ष नहीं है और मामले की जांच कोर्ट की देखरेख में होना चाहिए.
आशीष कुमार ने अपनी याचिका में यह भी दरख्वास्त की है कि मामले की जांच से जुड़े SHO को जांच के दौरान हर जानकारी उनसे शेयर करने का निर्देश दिया जाए. ज्ञात हो कि 30 नवंबर को मैक्स हॉस्पिटल में आशीष की पत्नी ने जुड़वा बच्चों को जन्मदिया था.
डॉक्टरों ने उनमें से एक बच्चे को तुरंत मृत घोषित कर दिया और दूसरे बच्चे को कुछ देर बाद मृत घोषित किया. अस्पताल ने दोनों बच्चों के शवों को पेपर और कपड़े की कई तहों में पार्सल बांधकर परिजनों को सौंप दिया था.
लेकिन बच्चों का शव वापस लाते वक्त रास्ते में उनमें से एक बच्चा जीवित पाया गया, जिसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. हालांकि बच्चे को बचाया नहीं जा सका और कई दिन तक इलाज चलने के बाद उसकी भी मौत हो गई.
जीवित बच्चे को मृत घोषित करने को लेकर मैक्स हॉस्पिटल पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पहले तो अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया. लेकिन पिछले ही सप्ताह फिर से अस्पताल का लाइसेंस बहाल कर दिया गया.
इस बीच शनिवार को दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने अस्पताल के 9 डॉक्टरों और 2 नर्सों को नोटिस भेजा है. अस्पताल ने उनसे 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा है.