नई दिल्लीः मेघालय और नगालैंड विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग मंगलवार को होगी. दोनों ही राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं लेकिन चुनाव -59 सीटों पर ही होंगे. चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. मंगलवार सुबह सात बजे से शाम के चार बजे तक वोटिंग होगी, वहीं नगालैंड के दूरदराज के जिलों में कुछ मतदान केंद्रों पर तीन बजे तक ही वोटिंग होगी.
मेघालय में 18 फरवरी को ईस्ट गारो हिल्स जिले में एक आईईडी विस्फोट में राकांपा प्रत्याशी जोनाथन एन संगमा की मौत हो जाने की वजह से विलियमनगर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया है वहीं नगालैंड में एनडीपीपी प्रमुख नीफियू रियो को उत्तरी अंगामी द्वितीय विधानसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है. दोनों ही राज्यों में और त्रिपुरा में चुनाव परिणाम 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
नगालैंड में नौ राजनीतिक पार्टियों के 184 उम्मीदवार और 11 निर्दलीय अपनी किस्मत अजाम रहे हैं. वहीं एक सीट पहले ही एनडीपीपी के खाते में जा चुकी है. यहां कुल वोटर 11,91,513 हैं जिनमें 5,89,806 महिलाएं हैं. 2156 केंद्रों पर वोटिंग होगी. वहीं मेघालय में 370 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं. यहां 18,30,104 वोटर्स हैं जिनमें से 9,23,848 महिलाएं हैं.
मेघालय में कौन मारेगा बाजी
मेघालय में कांग्रेस ने 59 और बीजेपी ने 47 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. इस राज्य में लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पी ए संगमा के बेटे कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) में एनपीपी बीजेपी की सहयोगी है. नगालैंड में बीजेपी नीफियू रियो की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है.
बीजेपी पांव पसारने की कोशिश में
असम, मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश में सरकार बनाने से उत्साहित बीजेपी अब नगालैंड और मेघालय में अपने पांव पसारने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस के लिए मेघालय में मिलने वाले चुनाव के परिणाम महत्वपूर्ण रहेंगे क्योंकि इस राज्य में वह बीते दस साल से सत्ता पर है. बीजेपी नगालैंड और मेघालय को अपने पाले में डालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. राजनीतिक पर्यवेक्षक पूर्वोत्तर राज्यों में सरकार बनाने की बीजेपी की कोशिश पर उत्सुकता से नजर बनाए हुए हैं. वैसे भी पूर्वोत्तर कांग्रेस का गढ़ रहा है और परंपरागत रूप से भगवा दल यहां हाशिये पर ही रहा है.
32 महिलाएं मैदान में
वर्ष 1963 में नगालैंड के अस्तित्व में आने के बाद कांग्रेस ने तीन मुख्यमंत्री दिए. लेकिन वह अब केवल 18 सीटों पर लड़ रही है जबकि बीजेपी यहां 20 सीटों पर खड़ी है. मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफ आर खारकोंगोर ने बताया कि राज्य में पहली बार 67 महिला मतदान केंद्र और 61 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. राज्य विधानसभा चुनाव में 32 महिलाएं भी उम्मीदवार हैं. नगालैंड में चुनाव से पहले नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान की मांग कर रही नगालैंड ट्राइबल होहोज एंड सिविल ऑर्गनाइजेशन्स (सीसीएनटीएचसीओ) की कोर समिति ने चुनाव नहीं का फरमान जारी किया है जिसके चलते राजनीतिक दलों ने खुद को चुनाव प्रक्रिया से अलग कर रखा है.