सीसीटीवी घोटाले को लेकर विपक्ष के आरोपों का सामना कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक और मुश्किल में घिरते दिखाई दे रहे हैं। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की पिटाई मामले में दिल्ली पुलिस 18 मई (शुक्रवार) को अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करेगी। आरोप है कि अंशु प्रकाश की पिटाई का मामला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में हुआ था, ऐसे में उनसे पूछताछ किया जाना तय था। उधर, जानकारों का कहना है कि पुलिस इस केस में प्रमुख अभियुक्त के साथ-साथ कई सहअभियुक्त भी बना सकती है।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल के सलाहाकार वीके जैन की कोर्ट में गवाही के बाद ही यह तय हो गया था कि इस मामले की आंच मुख्यमंत्री तक पहुंचना तय है। अब पुलिस केजरीवाल के सलाहाकार बीके जैन के बयान को आधार बनाकर उनसे सवाल-जवाब करेगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अगर यह घटना पूर्व नियोजित नहीं थी तो रात में मुख्यमंत्री आवास पर मुख्य सचिव को बुलाने के क्या निहितार्थ हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया? केजरीवाल से पूछताछ का यह आधार बड़ा और महत्वपूर्ण है।
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन को सरकारी गवाह बनाया। दरअसल, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश उनके ही फोन करने पर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। घटना के वक्त वह मौके पर भी मौजूद थे।
आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में लगे सभी 14 सीसीटीवी कैमरे को समय से 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे कर दिया गया था। एडिशनल डीसीपी उत्तरी जिला हरेंद्र कुमार का कहना है कि उन्हें शक है कि कैमरे के डीवीआर में छेड़छाड़ की गई है।
जांच में इसकी पुष्टि होने पर केस में सबूत मिटाने की धारा 201 भी जोड़ दी जाएगी। केजरीवाल के आवास में कुल 21 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसमें से महत्वपूर्ण जगहों पर लगे 7 कैमरे बंद पाए गए। वहींं, मुख्यमंत्री आवास के गेट पर लगे सबसे अहम मूविंग कैमरे के खराब पाए जाने के मामले ने पुलिस को और हैरान कर दिया है। वहीं, पुलिस को शक है कि पहले मुख्यमंत्री आवास में योजना बनाई गई और फिर कैमरे के साथ छेड़छाड़ करने के बाद मुख्य सचिव को आधी रात में बुलाकर उनके साथ मारपीट की गई।
गौरतलब है कि गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की रात को 11 बजे के आसपास मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक बैठक के दौरान AAP विधायक अमानतुल्ला खान और अन्य कार्यकर्ता ने उनके ऊपर हमला किया और मारपीट की थी।
एफआइआर के मुताबिक, मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने मुख्य सचिव को रात पौने नौ बजे फोन पर कहा कि सरकार के तीन साल पूरा होने पर कुछ टीवी विज्ञापनों के प्रसारण में हो रही देरी पर बातचीत होगी। इसके लिए रात 12 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचना है।