दुनिया में कहर बनकर टूटे कोरोना वायरस (Coronavirus) ने भारत में अब तक 375 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. देश में सबसे खराब स्थिति महाराष्ट्र (Maharashtra) की है. राज्य में कोविड-19 (Covid-19) की वजह से 178 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 100 से अधिक मौतें मुंबई में हुई हैं. मुंबई में कई अस्पतालों के स्टाफ ही इस वायरस की चपेट में आ गए हैं, जिससे इलाज भी मुश्किल हो रहा है.
मुंबई के भाटिया हॉस्पिटल (Bhatia Hospital) में मंगलवार को 10 और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए. अब अस्पताल के स्टाफ में से ही 35 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक भाटिया हॉस्पिटल अब शहर का दूसरा ऐसे अस्पताल बन गया है, जहां का स्टाफ बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव है. पहले नंबर पर वॉकहार्ट हास्पिटल है, जिसके 52 स्टाफर इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
मुंबई में अब हेल्थकेयर से जुड़े कुल 137 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. यानी, शहर के कुल कोरोना पॉजिटिव में से 8% स्वाथ्य सेवाओं से जुड़े लोग हैं. इस बीच बीएमसी ने वॉकहार्ट हॉस्पिटल को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की इजाजत दे दी है. वह मुंबई के उन छह चुनिंदा अस्पतालों में से एक है, जिन्हें कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए चिह्नित किया गया है. इससे पहले वॉकहार्ट हॉस्पिटल पर 14 दिन के लिए इलाज रोक दिया गया था.
मुंबई के ही जसलोक हॉस्पिटल की ओर से कहा गया है कि उसके यहां इलाज फिर से शुरू हो गया है. इस अस्पताल के 21 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद यहां इलाज पर रोक लगा दी गई थी.