मालदीव ने भारत द्वारा उपहार में दिए गए डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल चिकित्सा निकासी सेवाओं के लिए फिर से शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चिकित्सा निकासी सेवाओं को फिर से शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया है। डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टर पहले भारतीय सैन्यकर्मियों द्वारा संचालित किए जाते थे।
मालदीव ने भारत द्वारा उपहार में दिए गए डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल चिकित्सा निकासी सेवाओं के लिए फिर से शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चिकित्सा निकासी सेवाओं को फिर से शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया है।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने लगाई थी रोक
मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) ने स्थानीय मीडिया को यह जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि इस बार भारत से भेजे गए असैन्य दल के साथ इन सेवाओं को शुरू किया गया है। डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टर पहले भारतीय सैन्यकर्मियों द्वारा संचालित किए जाते थे और राष्ट्रपति मुइज्जू के शपथ लेने के तुरंत बाद इन्हें बंद कर दिया गया था।
हालांकि, भारत ने कुछ साल पहले मालदीव को उपहार में दिए गए डोर्नियर विमान और हेलीकाप्टर वापस नहीं लिए थे। डोर्नियर विमान को संचालित करने के लिए हनीमाधू में और हेलीकाप्टरों को संचालित करने के लिए लामू कधधू और सीनू गण में भारतीयों को तैनात किया गया है। इसमें कुल 76 भारतीय मौजूद हैं।
विमान के साथ चिकित्सा निकासी शुरू
राष्ट्रपति मुइज्जू ने 59वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर युवा केंद्र में आयोजित आधिकारिक समारोह में विमान के साथ चिकित्सा निकासी फिर से शुरू करने की घोषणा की। सैन्य कर्मियों को बदले जाने के बाद पहली बार भारतीय विमान की मदद से किसी मरीज को माले पहुंचाया गया।