लाहौर: पाकिस्तान में भी अब कुलभूषण जाधव के लिए आवाज उठने लगी है. पाकिस्तान के जाने-माने अखबार ‘डॉन’ ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान को मानवता के आधार पर कुलभूषण जाधव की मां को वीजा देना चाहिए.
अखबार ने कहा कि यह संबंधों में तल्खी घटाने और यह दिखाने का मौका है कि मानवता अब भी रौशन हो सकती है. पाकिस्तान आने के लिए कुलभूषण जाधव की मां का वीजा आवेदन मंजूरी के लिए लंबित है.
‘डॉन’ अखबार में एक संपादकीय में कहा है गया है कि पाकिस्तान सरकार को यह दिखाने के लिए मानवीय आधार पर जाधव की मां को वीजा देना चाहिए. इसमें कहा गया है कि वीजा आवेदन दोनों देशों के बीच एक दूसरे कि खिलाफ बढ़ते टकराव के रुख से पीछे हटने के लिए नए मौके की तरह है.
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अखबार ने कहा है, ‘‘मां और बेटे की मुलाकात, अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत की ओर से चलाये गए किसी मामले को लेकर वाणिज्यिक दूतावास पहुंच से बिल्कुल अलग है. ’’ इसमें कहा गया है कि मुलाकात से जाधाव के खिलाफ पाकिस्तान का मामला कमजोर नहीं होगा.
संपादकीय में कहा गया है कि छोटी कवायदों से भारत और पाकिस्तान के बीच बंधों में तल्खी कम हो सकती है. पाकिस्तान और भारत संबंधों के गर्त में है, जाधव की मां का अनुरोध दोनों तरफ से यह दिखाने का अवसर है कि मानवता रौशन हो सकती है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की एक आर्मी कोर्ट ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में अप्रैल में कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनायी थी.
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