माघ मेला क्षेत्र में करीब 20 दिन पहले 18 साल की युवती की गला घोंटकर हत्या के मामले में अब तक कुछ पता नहीं चला है। इससे पहले उतरांव में भी युवती को मारकर फेंका गया था। युवतियों की पहचान के लिए घरवाले ही नहीं आए। पुलिस को शक है कि दोनों मामले ऑनर किलिंग के हैैं। संभवत: परिजनों ने ही खुद युवतियों की लोकलाज के डर से हत्या कर दी होगी।
गला दबाकर दोनों युवतियों की की गई थी हत्या
माघ मेला क्षेत्र में 28 दिसंबर की सुबह किला से करीब आधा किलोमीटर दूर हड्डी घाट पर युवती का शव यमुना के पानी में पड़ा मिला था। गले पर दबाव के निशान थे। पोस्टमार्टम से भी साफ हो गया कि उसे गला घोंटकर मारा गया था। इससे पहले 21 अगस्त की सुबह हाईवे किनारे उतरांव क्षेत्र के समोधीपुर गांव के खेत में करीब 22 साल की युवती की हत्या के बाद लाश फेंकी गई थी। उसे भी गला घोंटकर मारा गया था। उतरांव में मिले शव का पोस्टमार्टम कराकर अंत्येष्टि हुए पांच महीने गुजर गए हैं। आसपास के जिलों की पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने प्रचार माध्यमों का भी सहारा लिया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
पुलिस को आनर किलिंग का है शक
ऐसे में पुलिस संदेह जता रही है कि बदनामी की वजह से अंजाम दिया होगा। घरवालों ने किसी थाने में बेटियों के गायब होने की शिकायत नहीं की। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव का कहना है कि शिनाख्त हुए बिना कातिलों का पता लगाना मुमकिन नहीं है।