राजस्थान के पाली जिले से कथित ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है, जहां एक 16 वर्षीय लड़की की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि वह दूसरी जाति के लड़के से प्यार करती थी। लड़की की पहले मां और चाचा ने गला दबाकर हत्या कर दी और बाद में शव को आग लगाने के बाद अधजली हालात में नदी किनारे गढ़ दिया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लड़की पुणे जिले में अपने परिवार के सदस्यों के साथ रहती थी और पाली जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर सोनाई मांजी गांव की मूल निवासी थी। पाली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल कटेकी ने कहा, “पीड़िता की पहचान रिंकू सिरवी के रूप में की है। वह कथित रूप से महाराष्ट्र के एक लड़के के प्यार करती थी, जिसके साथ वह तीन महीने पहले घर से भाग गई थी और बाद में मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन से मिली थी। इस मामले में लड़की जिस लड़के के साथ मिली थी उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ अपहरण और पॉस्को अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
लड़के को एक महीने बाद जमानत मिल गई जब वह लगभग 20 साल की उम्र का था। रिंकू सिरवी ने लड़के को जमानत मिलने के बाद अपनी मां से कहा था कि वह एक बार वयस्क होने के बाद उससे शादी करना चाहती है। जबकि उसकी मां और चाचा इसके खिलाफ थे। सिरवी की दृढ़ता के कारण, उसकी मां सीता और चाचा सावरम ने नाबालिग को मारने की योजना बनाई। वह 18 मार्च को अपने देवता के मंदिर जाने की बात कहकर पीड़ित को सोनाई मांजी गांव ले गए।
एसपी ने बताया कि 19 मार्च को सीता और सावरम अलग-अलग खेतों में स्थित अपने देवता के मंदिर का दौरा करने गए, जहां उन्होंने पीड़ित का गला घोंट दिया और उसके बाद उन्होंने उसके शरीर को पेट्रोल से जला दिया। इसके बाद उन्होंने अधजले शव को बोरी में पैक किया और सिरी नामक एक नदी तट के पास दफन कर दिया।
शव का ठिकाने लगाने के बाद सावरम पुणे लौट आया, जबकि सीता अलवर जिले के सोदावास गांव में अपने माता-पिता के घर चली गई। कुछ दिन पहले, पाली पुलिस ने एक सूचना मिली कि जिसके बाद शव को बरामद किया और बाद में माता-पिता से पूछताछ की। पूछताछ में सीता और सावरम ने अपराध कबूल कर लिया और बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया पुलिस मामले की जांच में जुटी है।