महाराष्ट्र के पुणे में कोविड-19 के 55 वर्षीय एक मरीज ने सोमवार को एक शिक्षण संस्थान के छात्रावास में फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने बताया कि इस शिक्षण संस्थान को कोविड-19 मरीज देखभाल केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
कोंधवा पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि कमरे में उसका बेटा और दो अन्य लोगों को रखा गया था। ये सभी लोग जलपान करने के लिए कमरे से बाहर गए हुए थे और जब पूर्वाह्न 11 बजे लौटे तो उन्होंने व्यक्ति को पंखे में लगे फंदे से लटकता हुआ देखा।
उन्होंने बताया कि ‘कमरे में रह रहे बेटे और अन्य दो मरीजों ने बताया कि कोरोना की वजह से वह तनाव में था।
मृतक और उसके बेटे को दो दिन पहले भर्ती किया गया था। घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। हमने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है और आगे की जांच की जा रही है।’