महाराष्ट्र के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के एक बयान ने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी हैं. चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना से हाथ मिलाने के लिए बीजेपी तैयार है. हालांकि, पाटिल ने कहा कि हम केवल सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ हाथ मिला सकते हैं.
शिवसेना और बीजेपी का 25 साल का साथ उस वक्त टूटा, जबकि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से हाथ मिला लिया और महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनाई. शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर रार था. महा विकास अघाड़ी की सरकार में मुख्यमंत्री की कुर्सी उद्धव ठाकरे के पास है.
कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अगर हम सत्ता में वापस आते हैं और शिवसेना के साथ गठबंधन करते हैं, तो इसका मतलब नहीं है कि हम उनके साथ चुनाव लड़ेंगे. हम महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ेंगे.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं से बात करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आप लोग तैयारी कीजिए कि आगामी चुनाव के दौरान पार्टी को किसी भी तरह की समस्या या दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े. इसके लिए सभी अड़चनों को दूर कर दिया जाए.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर एक तस्वीर डाली थी, जिसमें उद्धव और अजित एक गाड़ी में बैठे हैं, जिसकी स्टियरिंग अजित के हाथों में है.
ठीक इससे एक दिन पहले उद्धव ठाकरे ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर तीन पार्टियां की सरकार ऑटो रिक्शा है तो उसकी स्टियरिंग मेरे पास है.
माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे के बयान के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार ने तस्वीर के जरिए बताने की कोशिश की कि सरकार की स्टियरिंग किसके हाथ में है.
इस बीच बीजेपी ने शिवसेना पर नरम रुख अपनाने की शुरुआत कर दी है. ऐसे में देखना होगा कि पुराने दोस्त फिर आपस में मिलते हैं या नहीं.