दक्षिण एशिया (South Asia) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामलों की संख्या शनिवार को 6,000 के करीब पहुंच गई. कुछ शहरों में अधिकारियों ने लॉकडाउन से जुड़े प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया और चेतावनी दी कि महामारी पर नियंत्रण हासिल करने लिए इसकी समयावधि बढ़ाई जा सकती है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ‘अगर लोग नियमों का गंभीरता से पालन नहीं करते हैं और मामले बढ़ते रहते हैं, तो लॉकडाउन का विस्तार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं हो सकता है. इसे मुंबई और महाराष्ट्र के शहरी क्षेत्रों में दो सप्ताह तक बढ़ाया जा सकता है.’
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस सप्ताह देश चरणबद्ध तरीके से तीन सप्ताह के लॉकडाउन से बाहर निकलेगा. दक्षिण एशिया में लगभग 2,902 मामलों में भारत सबसे ज्यादा कोरोना का पीड़ित रहा जिसमें से 68 की मौत हो चुकी है.
कोरोनावायरस के कारण होने वाली बीमारी COVID-19 के 537 मामलों की महाराष्ट्र में पुष्टि हुई है और 26 लोगों की मौत हो गई है.
सरकार 14 अप्रैल को समाप्त होने वाली लॉकडाउन की समीक्षा करने की योजना बना रही है. हालांकि तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह प्रत्येक राज्य में स्थिति के आकलन पर निर्भर करेगा और लॉकडाउन और प्रतिबंध उन जिलों में जारी रखे जाएंगे, जहां कोरोनोवायरस का असर जारी रहेगा.
अधिकारियों ने कहा कि मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली जैसे बड़े महानगरों में सार्वजनिक परिवहन लॉकडाउन खत्म होने के कुछ दिनों बाद ही चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जा सकता है.
पिछले सप्ताह में COVID-19 मामलों की संख्या दक्षिण एशिया में दोगुनी से अधिक हो गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में एक महामारी की चेतावनी दी है, जो दुनिया की आबादी का पांचवां हिस्सा है. यह पहले से कमजोर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को और भी ज्यादा प्रभावित कर सकता है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण एशिया में कोरोनोवायरस के प्रसार पर डेटा है:
– भारत में 2,902 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 68 मौतें शामिल हैं.
– पाकिस्तान ने 2,547 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें 37 मौतें शामिल हैं.
– अफगानिस्तान में 6 मौत सहित 281 मामले दर्ज किए गए हैं.
– श्रीलंका में 159 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 5 मौतें शामिल हैं.
– बांग्लादेश में छह मौत सहित 61 मामले दर्ज किए गए हैं.
– मालदीव में 32 मामले दर्ज हुए हैं और कोई मौत नहीं हुई है.
– नेपाल में छह मामले दर्ज किए गए और कोई मौत नहीं हुई.
– भूटान में पांच मामले दर्ज किए गए हैं और कोई भी मौत नहीं हुई है. (समाचार एजेंसी रायटर्स के इनपुट के साथ)