कर्नाटक चुनाव के नजदीक आते ही राजनेताओं का न केवल वाणी पर से संयम खोता जा रहा है , बल्कि राजनीतिक दलों के एक-दूसरे पर हमले भी तेज होते जा रहे हैं. ताज़ा घटनाक्रम में भाजपा की कर्नाटक इकाई ने राहुल गांधी को कांग्रेस का ‘बहादुर शाह जफर’ बता दिया .भाजपा ने भविष्यवाणी की, कि कांग्रेस भी वैसे ही डूब जाएगी जैसा हाल मुगल सल्तनत का हुआ था.
बता दें कि भाजपा ने अपने ट्वीट में कहा कि शासन का सिद्धारमैया मॉडल ‘अधिकतम विभाजन और न्यूनतम शासन’ के मंत्र पर काम कर रहा है. कांग्रेस के ‘बहादुर शाह जफर’ राहुल गांधी को विभाजन पर सरकार का प्रदर्शन देखने की सलाह दे डाली.तभी उन्हें पता लगेगा कि लोग कर्नाटक से कांग्रेस का सफाया क्यों करना चाहते हैं.कांग्रेस अध्यक्ष पर व्यंग्य करते हुए भाजपा ने कहा लोग राहुल को नहीं बल्कि उनके चुटकुलों को पसंद करते हैं .भाजपा पार्टी के त्रि-आयामी एजेंडा विकास, तेजी से विकास और समग्र विकास का भी जिक्र कर विकास की राजनीति को प्राथमिकता के आधार पर महत्व रेखांकित किया.
जबकि इसके प्रतिवाद में कांग्रेस ने भी कर्नाटक के लिए भाजपा के त्रि-आयामी एजेंडा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि भ्रष्ट येद्दयुरप्पा-रेड्डियों का विकास, भ्रष्ट येद्दयुरप्पा-रेड्डियों का तेज विकास. कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार की राजनीति को प्राथमिकता के आधार पर महत्व दिया है. जो भी हो दस मई को चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले दोनों दलों की ओर से वाद -विवाद का यह सिलसिला जारी रहेगा.