गुड़गांव: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देश के विकास के लिए नागरिकों के बीच सहयोग की पैरवी करते हुए कहा कि लोगों को हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर नहीं होना चाहिए. देश आत्मनिर्भर है और इसमें बहुत आत्मसम्मान है. दिवंगत लक्ष्मणराव इनामदार के नाम पर निर्मित राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ करते हुए भागवत ने देश में लोगों के बीच आपसी सहयोग की अहमियत के बारे में बात की.
इमानदार संघ के एक नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शक थे. भागवत ने सहयोग की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे समाज की जरूरत नहीं है जो खाली बैठता है और हर चीज के लिए सरकार की ओर देखता है. जिस देश के पास आत्मसम्मान है, वह विकास कर सकता है. ऐसा समाज जो सरकार पर निर्भर नहीं हो, वह लोगों के बीच परस्पर सहयोग से सक्षम बन सकता है.
देश में सहकारिता आंदोलन पर चर्चा करते हुए भागवत ने कहा कि भले ही सहकारिता का आधुनिक मॉडल विदेश से आया हो लेकिन ऐसी अवधारणा पहले से है. उन्होंने कहा कि सहयोग और सहभागिता ऐसे गुण हैं जिन्हें आरएसएस के कार्यकर्ताओं को सिखाया जाता है. वकील साहब के नाम से मशहूर इमानदार के बारे में भागवत ने कहा कि उन्होंने खुद उनके साथ काम किया है.