मनसुख हिरेन हत्या मामले में महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों को आज ही दोपहर बाद ठाणे के हॉलीडे कोर्ट में पेश किया जा सकता है. इस बीच कल एटीएस ने कोर्ट से सचिन वाजे ने कस्टडी की मांग की थी जिस पर कोर्ट ने कहा कि 25 मार्च के बाद उन्हें कस्टडी मिल सकती है.
मनसुख हिरेन हत्याकांड में एक बुकी और एक पुलिसकर्मी को मुंबई ATS की टीम ने पकड़ा है. नरेश धरे उम्र 31 साल है और यह एक बुकी है जबकि दूसरा आरोपी विनायक शिंदे है जो मुंबई पुलिस का पूर्व कांस्टेबल है. शिंदे की उम्र 55 साल है. विनायक शिंदे लखन भैया एनकाउंटर केस में दोषी है और विनायक पेरोल पर बाहर है.
इससे पहले एंटीलिया मामले में अधिवक्ता केएच गिरी कल शनिवार को एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के मुंबई स्थित ऑफिस में अपना बयान रिकॉर्ड करवाने के लिए पहुंचे. यह वही अधिवक्ता हैं जिनके जरिए कारोबारी मनसुख हिरेन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री के अलावा ठाणे और मुंबई के कमिश्नरों से शिकायत की थी कि कुछ पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी उन्हें परेशान कर रहे हैं.
बाद में मनसुख हिरेन का शव ठाणे की खाड़ी (नाले) के पास पानी में डूबा मिला. शुरुआती जांच में माना गया कि मनसुख ने आत्महत्या की है, लेकिन उनके मुंह से मिले 5 रुमालों के बाद अब ये माना जा रहा है कि संभवतः उनकी हत्या की गई.
बहुमंजिला इमारत एंटीलिया के पास जिस कार में विस्फोटक सामग्री मिली थी, वह मनसुख हिरेन की कार बताई जा रही है.
सूत्रों का दावा है कि गिरफ्तार पुलिस अफसर सचिन ने ही मनसुख हिरेन को अधिवक्ता गिरी के बारे में सुझाव दिया था. लेकिन मीडिया और पुलिसकर्मियों के बारे में शिकायत दर्ज कराने के कुछ दिन बाद ही हिरेन की मौत हो गई, जिसके कारण मामला गंभीर बन गया.
सचिन वाजे, मुकेश अंबानी के घर पाई गई संदिग्ध कार मामले में मुख्य आरोपी हैं और NIA द्वारा पिछले दिनों उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
दूसरी तरफ महाराष्ट्र एटीएस (Anti-Terrorism Squad) की टीम ने रविवार को NIA की स्पेशल कोर्ट में मनसुख हिरेन हत्या मामले में सचिन वाजे की कस्टडी की मांग की लेकिन NIA कोर्ट ने कहा कि ATS को सचिन वाजे तभी सौंपे जा सकते हैं जबकि NIA का कस्टडी खत्म हो जाए. वाजे 25 मार्च तक NIA की ही कस्टडी में रहेंगे.