दिल्ली की मेट्रो की तरह चलने वाली भारत की पहली स्वदेशी ट्रेन दिसंबर 2018 तक पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार हो जाएगी। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार कहा कि “भारत का पहला स्वदेशी ट्रेन सेट अगले साल दिसंबर तक तैयार होकर पटरियों पर दौड़ने लगेगा।आपको बता दें कि यह ट्रेन सेट काफी हद तक दिल्ली में चलने वाली मेट्रो ट्रेन जैसा है। पटरी पर यह स्वदेशी ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी। मेट्रो ट्रेन की तरह 16 डिब्बों वाला यह ट्रेन सेट लंबी दूरी तय करने में समर्थ होगा।
रेलवे बोर्ड के सदस्य रविंद्र गुप्ता ने कहा कि शुरू में यह चेयर कार होगी, लेकिन अंत में शयनयान भी इसमें शामिल किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि “यह भारत का पहला ट्रेन सेट होगा और यह दिसंबर 2018 तक पटरियों पर दौड़ने लगेगा।
‘स्वदेशी ट्रेन’ की खासियत
रेलवे में पहली बार इन ट्रेन सेटों में स्वचालित दरवाजे होंगे, जोकि स्टेशनों पर अपने आप खुलेंगे और अपने आप बंद होंगे
बाकी ट्रेनों के मुकाबले इनमें बड़ी खिड़कियां होंगी।
इस ट्रेन की तेज गति होने के कारण अधिक चक्कर लगाए जा सकते हैं।
सभी डिब्बे पूरी तरह वातानुकूलित होंगे और जैव शौचालयों से लैस होंगे।
सामान्य ट्रेनों की तुलना में ये मुसाफिरों को उनके गंतव्यों पर जल्द पहुंचाएंगे।
यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी।