कोरोना वायरस को हराने में न्यूजीलैंड बेहतरीन काम किया है। न्यूजीलैंड में 100 दिन से कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे मील का पत्थर बताया है। हालांकि अभी देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि इस पर किसी तरह की शालीनता नही बरती जाएगी।
अभी भी देश में 23 सक्रिय मामले हैं लेकिन उनमें कोरोना का संक्रमण पाए जाने पर ही सीमा पर रोक दिया है और प्रबंधित आइसोलेशन सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने कहा कि बिना किसी कोरोना संक्रमण के 100 दिन पूरे करना मील का पत्थर हासिल करने जैसा है।
उन्होंने कहा कि हमने विदेशों में देखा है कि कैसे वायरस दोबारा से उभर सकता है और उन जगहों पर फैल सकता है जहां ये पहले नियंत्रण में था। हमें न्यूजीलैंड में भविष्य में होने वाले संक्रमण के मामलों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। न्यूजीलैंड में पचास लाख की जनसंख्या है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए न्यूजीलैंड के प्रयासों की दुनियाभर में तारीफें हुईं। न्यूजीलैंड ने 19 मार्च से ही अपनी सीमा को बंद कर दिया था ताकि कोरोना के ज्यादा मामले देश में प्रवेश ना करे सकें। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी न्यूजीलैंड के प्रयासों की सराहना की थी।
न्यूजीलैंड में पहला मामले फरवरी में आया और एक मई को न्यूजीलैंड में कुल 1,219 कोरोना के संक्रमित मामले सामने आए और इसके 100 दिन बाद तक कोरोना का कोई मामले सामने नहीं आया है। अब न्यूजीलैंड में बिना सोशल डिस्टेंसिग के कोरोना के पहले के समय वाला जीवन जिया जा रहा है।
इसके अलावा न्यूजीलैंड में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को करने की छूट मिल गई है। हालांकि देश की सीमा अभी भी सख्ती का पालन कर रही है और विदेश से आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन का क्वारंटीन करना पड़ रहा है। हालांकि सरकार को लगता है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है। इसलिए लोगों को मास्क के साथ साथ आवश्यक इमरजेंसी किट भी साथ रखने को बोला है।