अयोध्या में अब रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला की आरती भक्त अपने नाम से करा सकेंगे और साथ ही अपने नाम का प्रसाद भी चढ़ा सकेंगे. रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से यह अनुमति दे दी गई है.
जानकारी के मुताबिक श्रद्धालु रामलला की पांच आरतियों में से किसी में भी अपने नाम की आरती करा सकेंगे. अभी तक इसके लिए शुल्क तय नहीं हुआ है. विशेष अवसरों पर होने वाली आरती के लिए मुख्य पुजारी खर्च बताएंगे.
हालांकि रामलला के अस्थाई मंदिर के नजदीक तक जाने के लिए ट्रस्ट की अनुमति लेनी होगी. अपने नाम से आरती कराने अथवा भोग राग चढ़ाने के लिए मुख्य पुजारी या ट्रस्ट को पहले से सूचना देनी होगी.
इसके अलावा, यदि कोई भक्त किसी त्योहार विशेष के अवसर पर पूजन कर भोग प्रसाद चढ़ाना चाहे तो उसे इसकी अनुमति होगी. इसे लेकर जो खर्च आएगा वह प्रधान पुजारी बता देंगे.
इस बीच, पता चला है कि राम मंदिर के लिए हुए शिलान्यास के बाद दानकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है. लिहाजा, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए मिलने वाले चंदे को लेकर जालसाजी से बचने के लिए कुछ उपाय किए हैं.
फर्जीवाड़े से बचने को लेकर ट्रस्ट अपने LOGO को पेटेंट कराने की प्रक्रिया में है. साथ ही जिन लोगों का दान ट्रस्ट के खाते में आ रहा है, उन्हें धन्यवाद पत्र के जरिए सूचित करने की व्यवस्था की गई है.