राजधानी दिल्ली में स्थित इलाके में दो भाइयों के बीच हुआ झगड़ा जिसमे एक भाई ने दूसरे भाई की पीट-पीटकर जान लें लिया. वही हत्या के बाद वह अपराधी 12 घंटे तक कमरे में शव के पास बैठा हुआ था. जानकारी के अनुसार वारदात का खुलासा होने पर अपराधी ने भागने की कोशिश की, लेकिन मकान मालिक के बेटे ने उसे दबोचकर पुलिस के गिरफ्त में दे दिया. पुलिस हत्या का मुद्दा दर्ज कर जांच में जुट गयी है.
वही पुलिस के अनुसार, मृतक की शिनाख्त दीपक (24) के रूप में हुई है. मूलरूप से एटा के कलानी गांव रहवासी दीपक अपने सगे भाई रवि (25) के साथ ख्याला के रघुवीर नगर में किराये पर रहता था. दोनों कपड़ों का काम किया करते थे. सूत्रों के अनुसार 1 नवंबर 2019 की शाम पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक ने अपने भाई की क़त्ल किया गया है, और आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे से दीपक का शव बरामद किया. उसके मुंह और गर्दन से खून निकल रहा था और शरीर पर चोट के बहुत निशान पाए गए.
जंहा मकान मालिक यादराम के बेटे राजेश ने पुलिस को बयान दिया कि दोनों उसकी पड़ोसन सरला देवी के जेठ के बेटे हैं. सरला देवी ने एक माह पहले ही दोनों को उसके घर का कमरा किराये पर दिलवाया है. जिसके कुछ दिनों से दोनों भाइयों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा चल रहा था. 31 अक्टूबर की रात दोनों के बीच झगड़ा चल रहा था. इस दौरान यादराम की पत्नी ने उन्हें डांटा और मकान खाली कर देने की बात बोली. उसके बाद दोनों भाई कमरे के अंदर चले गए.
मिली जानकारी के अनुसार अगले दिन दोनों कमरे से बाहर नहीं आए. वही शाम को शक होने पर राजेश ने उनके कमरे का दरवाजा ठोका. रवि दरवाजा खोलकर वहां से भागने की कोशिश करने लगा. उसके कपड़ों पर खून लगा देख राजेश ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को इस बात की सूचना दी. वही कुछ समय बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रवि को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने बताया कि पारिवारिक कलह में उनके बीच विवाद हो गया था. इसी बात पर उनके बीच मारपीट हुई, जान चली गयी.