बुलंदशहर में शिखर अग्रवाल के मामले में BJP का U टर्न, पीछा छुड़ाकर क्र दिया बाहर

बुलंदशहर के स्याना में करीब दो वर्ष पहले बड़ी हिंसा में बलिदानी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में आरोपित शिखर अग्रवाल को भाजपा की एक संस्था में पद देने के मामले में किरकिरी के बाद पार्टी ने अपना निर्णय पलट दिया है। शिखर अग्रवाल को भाजपा ने बुलंदशहर में प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से हटाने के साथ ही पार्टी से भी बाहर कर दिया है।

शिखर अग्रवाल को भारतीय जनता पार्टी की बुलंदशहर इकाई ने 14 जुलाई को एक कार्यक्रम में जनकल्याण योजना कमेटी में महामंत्री नियुक्त किया था। 14 जुलाई को हुए इस कार्यक्रम में भाजपा बुलंदशहर के जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया समेत कई अन्य नेता भी मंच पर थे। शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जनजागरूकता अभियान नाम की एक संस्था ने बुलंदशहर जिले के महामंत्री के तौर पर मनोनीत किया था। प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से संबंधित कार्यक्रम शुक्रवार को था। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने अभियान से जुड़े पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र प्रदान किए, जिसके फोटो शनिवार को सोशल मीडिया पर छा गए। फोटो में भाजपा जिलाध्यक्ष शिखर अग्रवाल को भी अभियान की कार्यकारिणी का महामंत्री बनाने का पत्र सौंप रहे हैं। सोशल मीडिया पर शिखर अग्रवाल के मनोनयन और जिलाध्यक्ष द्वारा प्रमाण पत्र देने की लोगों ने खूब आलोचना की। हंगामा इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा।

मचने पर देर शाम संस्था के जिलाध्यक्ष प्रियतम कुमार प्रेम ने शिखर अग्रवाल को पद से मुक्त कर दिया। मामले के तूल पकडऩे के बाद प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के जिलाध्यक्ष प्रियतम कुमार ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि इस बाबत जानकारी होते ही शिखर अग्रवाल को तत्काल उनके पद से मुक्त कर दिया गया है। इसके साथ ही उनको भाजपा से भी बाहर कर दिया गया है। प्रियतम कुमार ने कहा कि हालांकि इस संस्था का भाजपा से कोई लेना देना नहीं है।

जिलाध्यक्ष ने पल्ला झाड़ा

भाजपा के जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने मामला बढ़ता देख स्थिति को स्पष्ट करने का भरपूर प्रयास किया। जिलाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी जागरूकता अभियान की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस संस्था, इस विषय, नियुक्ति या क्रियाकलाप से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। यह संस्था भाजपा का हिस्सा नहीं है। जिलाध्यक्ष ने शिखर अग्रवाल से किसी भी तरह के परिचय से भी इन्कार किया।

बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोपित शिखर अग्रवाल जेल जा चुका है। शिखर अग्रवाल फिलहाल जमानत पर बाहर है। उसको महामंत्री पद का जो नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया था, उसके लेटर हेड में मंत्रियों के नाम हैं। मामला काफी तूल पकडऩे के बाद भाजपा ने शिखर अग्रवाल से पीछा छुड़ा लिया है। भाजपा ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भाजपा ने कहा कि इस संगठन से पार्टी का कोई ताल्लुक नहीं है। इसके बाद भी संगठन के लेटर हेड पर पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो के साथ भाजपा उपाध्यक्ष और छह मंत्रियों के नाम हैं। इसे संगठन ने केंद्र सरकार का अभियान बताया है।

भाजपा ने एक नेता ने कहा कि शिखर अग्रवाल इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का आरोपी है। ऐसे गुंडों को सम्मानित करना पुलिस के मनोबल को गिराना है। उम्मीद है कि हमारी पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के नेता इस मामले को संज्ञान में लेंगे।

गौरतलब है कि इस मामले में सियासी सियासी संग्राम शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा।

प्रियंका ने बुलंदशहर के शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि भाजपा ने एक आरोपी को अपना पदाधिकारी बना दिया। इससे अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा। प्रियंका गांधी ने शहीद की पत्नी का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि यूपी पुलिस में अपनी सेवाएं देते हुए शहीद हुए सुबोध सिंह जी की पत्नी का बयान सुनिए। खबरों के अनुसार उनकी हत्या के आरोपी को आज भाजपा ने अपना पदाधिकारी बना दिया। उनकी पत्नी का सवाल एकदम जायज है। इस तरह से अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा।

मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सुबोध कुमार की पत्नी रजनी सिंह का एक वीडियो ट्वीट किया है। वीडियो में रजनी ने शिखर अग्रवाल के मनोनयन को लेकर भाजपा पर सवाल किए हैं। कांग्रेस महासचिव ने भी अपने ट्वीट में भाजपा पर तंज कसा है।

बुलंदशहर हिंसा का आरोपित बना पीएम योजना अभियान का महामंत्री

प्रदेश और देश को हिलाकर रख देने वाला बुलंदशहर हिंसा  प्रकरण एक बार फिर भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है। मामला प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान को लेकर आयोजित कार्यक्रम और मनोनयन से संबंधित है। अभियान की कार्यकारिणी में बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपितों में से एक शिखर अग्रवाल को महामंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के जिलाध्यक्ष ने शिखर को मनोनयन पत्र भी सौंपा है। शनिवार को कार्यक्रम की फोटो वायरल होने के बाद दिनभर सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे। स्याना क्षेत्र के गांव नयाबांस के जंगल में तीन दिसंबर 2018 को गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिंसा  भड़क गई थी। इस दौरान तत्कालीन कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार की हत्या कर दी गई थी। हिंसा  में एक युवक की भी मौत हो गई थी। मामले ने काफी तूल पकड़ा था और कई लोगों पर कार्रवाई हुई। हिंसा  के मुख्य आरोपितों में से एक शिखर अग्रवाल को पुलिस ने जेल भेज दिया था। कई माह जेल में रहने के बाद शिखर फिलहाल जमानत पर है।

बुलंदशहर के स्याना में 2018 में हुई हिंसा का एक अभियुक्त शिखर अग्रवाल जमानत पर बाहर है। शिखर अग्रवाल बुलंदशहर हिंसा मामले में पिछले साल गिरफ्तार हुआ था और इस समय जमानत पर बाहर है।

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