तेजस्वी यादव ने कहा, ‘नीतीश कुमार का पहला और आखिरी प्यार केवल अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर टिके रहना है। वह बेरोजगारी कैसे खत्म करेंगे? वह पलायन, गरीबी, भुखमरी पर क्यों नहीं बोलते? युवाओं को पता है कि अगर एनडीए की हार नहीं हुई, तो बेरोजगार लोगों के लिए ऐसी बेकार सरकार कुछ नहीं करेगी।’
बिहार में पहले चरण के लिए 28 अक्तूबर को मतदान होगा। ऐसे में सभी पार्टियों ने जोर-शोर से अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। प्रचार की शुरुआत के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है।
शनिवार को महागठबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और संकल्प पत्र जारी किया। राजद के नेता तेजस्वी ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि उनके लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी ही पहला और आखिरी सत्य है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश को युवाओं, महिलाओं, वंचितों, किसानों, मजदूरों और छात्रों से कोई मतलब नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ एनडीए से अलग हुई लोजपा भाजपा के लिए नरमी दिखा रही है तो वहीं जदयू पर निशाना साधने से नहीं चूक रही है। चिराग नीतीश का तो विरोध कर रहे हैं लेकिन भाजपा उम्मीदवार के लिए वोट अपील करने से उन्हें कोई परहेज नहीं है।