Bihar Politics: बिहार में राज्यसभा की पांच सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। सभी पार्टियां अपने कैंडिडेट को फाइनल करने में जुटी हैं। इस बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली में अपने पिता लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुद्दे पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने राज्यसभा चुनाव को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपनी बड़ी बहन मीसा भारती के राज्यसभा (Rajya Sabha) में दोबारी जाने की बात पर जवाब दिया। तेजस्वी यादव से जब यह पूछा गया कि क्या मीसा भारती (Misa Bharti) को फिर से राज्यसभा में पार्टी की तरफ से भेजा जाएगा तो उन्होंने कहा कि ये सारे फैसले पार्टी के सुप्रीमो लेते हैं।
नित्यानंद का राय को घेरने की कोशिश
अपने पिता से मिलने गए तेजस्वी यादव ने जातीगत जनगणना को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि आज के दौरा में यह सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमलोगों की कोशिश थी कि यह पूरे देश में लागू हो लेकिन बिहार के ही केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया। जातीय जनगणना को लेकर हमारी पार्टी ने सदन के अंदर और अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा अगर केन्द्र चाहे तो एक कालम जोड़कर सारे देश में जातीगत जनगणना करवा सकती है।
‘सबको मिले रोजगार’
बिहार में मंदिरों के पुजारियों को सैलरी देने के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा कि मंदिरों का ट्रस्ट तो होता ही है। सबको रोजागर और वेतन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि लेकिन जो युवा पढ़ाई लिखाई कर रहे हैं उन्हें रोजगार कब मिलेगा। भोजपुर और पटना के बीच कोईलवर में सोन नदी पर बने पुल के उद्घाटन समारोह के पोस्टर और बैनर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चेहरा गायब होने पर भी तेजस्वी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग बिहार सरकार से अलग तो है नहीं।