गौरतलब है कि बाईचुंग भूटिया ने 2011 में फुटबॉल जगत से संन्यास ले लिया था. उन्होंने राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए 100 मुकाबले खेले हैं. वह यूरोपीय क्लब में खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं. तीन बार ‘इंडियन प्लेयर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीत चुके भूटिया ने आई-लीग में ईस्ट बंगाल क्लब के साथ चार सत्र तक खेल चुके हैं.

अर्जुन और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भूटिया पहले ऐसे भारतीय भी हैं, जिन्होंने तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थन हेतु ओलंपिक मशाल रिले का बहिष्कार किया था. 2014 में भूटिया को एशियन फुटबॉल ‘हाल ऑफ फेम’ में शामिल किया था.