शनिवार सुबह तिन्दवारी विधायक ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला जिसमें उन्होंने एसपी से अपनी जान को खतरा बताया। दोपहर बाद विधायक डीआईजी से मिलने भी गए। इसके बाद वह मीडिया से कन्नी काट गए
। डीआईजी मनोज तिवारी ने कहा कि इस पोस्ट के बारे में उन्होंने कोई लिखित शिकायत नहीं की। उन्होंने पूर्व में प्रोटोकाल के तहत एसपी द्वारा सम्मान न किए जाने की शिकायत की थी। इस पर मंडल के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि शासन के निर्देशानुसार सभी जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाय।
तिन्दवारी विधायक बृजेश प्रजापति ने सुबह फेसबुक पर एसपी से जान का खतरा बताते हुए पोस्ट डाल दी। इसमें उन्होंने अवैध खनन में संलिप्तता के आरोप लगाए। खुद की जान का खतरा बताते हुए कहा कि दो बार वह सड़क हादसे में बचे। उन्हें आशंका है कि इसमें भी गहरी साजिश हुई है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के मंडल स्तरीय अधिकारी से मिलने पर उन्होंने कहा कि उनके मन का भाव फेसबुक पर है। हालांकि फिर उन्होने मीडिया से दूरी बना ली। कई बार उनसे संपर्क का प्रयास किया गया पर फोन नहीं उठा। मैसेज भी किया गया ताकि फेसबुक में उनकी पोस्ट के बारे में पक्ष लिया जा सके। पिछले सप्ताह उन्होंने कार्यक्रमों में एसपी पर प्रोटोकाल के तहत सम्मान न दिए जाने की शिकायत की थी। वहीं इस प्रकरण में एसपी शालिनी ने कहा कि इस प्रकरण में उन्हें कुछ नहीं कहना है। डीआईजी मनोज तिवारी ने बताया कि सोसल साइट पर विधायक ने जो लिखा है उसकी शिकायत उन्हें लिखित में नहीं मिली। विधायक देापहर को उनसे मिलने जरूर आए। तमाम मुद्दों पर बात हुई।