बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में जयप्रकाश पाल की हत्या के बाद पूरे परिवार के लोग सदमे में हैं। वृद्धा मां प्यारी देवी का जहां रोते-रोते बुरा हाल है, वहीं मृतक की पत्नी निरंतर विलाप करते हुए बेसुध है। पुत्री सुमन भी पिता की मौत के बाद बुरी तरह से आहत है।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूरा परिवार एक स्वर में सरकार से आरोपी को मृत्यु दण्ड की मांग के साथ पालन पोषण के लिए आर्थिक मदद की मांग कर रहा है। मृतक की पत्नी धर्मशीला देवी की मांग है कि जैसे मेरे पति की जान गई है उसी तरह मारने वाले को फांसी दी जाए।
उन्होंने बताया कि पति कमा कर लाते थे तो परिवार का भरण पोषण होता था। उनके नहीं रहने के बाद परिवार पर भारी आर्थिक संकट आ गया है। छह पुत्र और दो पुत्रियों की पढ़ाई-लिखाई, खानपान सहित पालन पोषण के लिए 50 लाख रुपये सरकार मुहैया कराए। पिता की मृत्यु के बाद दाह लिए बेटे अभिषेक ने भी मांग किया की कि पिता की मौत की तरह मारने वाले को भी फांसी दी जाए।
मां को पेंशन और परिवार के भरण पोषण के लिए 50 लाख रुपये आर्थिक मदद के तौर पर दिया जाए। अभिषेक ने क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह का नाम लेते हुए कहा कि हमारे भी विधायक तो वही हैं, लेकिन हमारे यहां एक बार भी पूछने तक नहीं आए कि हम किस हाल में हैं। दो पुत्रियों में बड़ी सुमन ने भी मां और भाई की तरह मांग की कि आरोपी को फांसी, मम्मी को पेंशन और परिवार चलाने के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराने की मांग की है।
बलिया के दुर्जनपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी 75 हजार के इनामी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले शनिवार की सुबह ही वारदात में नामजद 75-75 हजार के इनामी संतोष यादव और अमरजीत यादव को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार किया था। धीरेंद्र सिंह पर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था। अब तक आठ नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 9 की गिरफ्तारी हो चुकी है।