पौष मास की अमावस्या पर 26 दिसंबर को वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। कानपुर में ग्रहण का स्पर्श सुबह 8:04 बजे से शुरू होकर 10:37 बजे तक रहेगा। ज्योतिषाचर्यों ने सूर्य ग्रहण पर अलग अलग राशि के लोगों के शुभ-अशुभ फल के बारे में बताया है, साथ ग्रहण काल में मंत्रों से सिद्धि का उपाय बताया है।
ग्रहण काल में नहीं करें भोजन
भारतीय ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष केए दुबे पद्मेश के मुताबिक सूतक बुधवार रात्रि 8:04 बजे से शुरू होगा। ग्रहण के मोक्ष होने तक मंदिरों के पट बंद रहेंगे। इस कालखंड में मंत्रों की सिद्धि के लिए उनका जप करना चाहिए और हवन करने से भी अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। सूतक और ग्रहण काल में बालक, बुजुर्ग और बीमार लोगों को छोड़कर अन्य लोगों को भोजन नहीं करना चाहिए।
इन राशियों पर ग्रहण का दोष
धूनी ध्यान केंद्र के आचार्य अमरेश मिश्र ने बताया कि मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु व मकर राशि वालों के लिए यह ग्रहण कष्टकारी होगा। इन राशि वालों को सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे ग्रहण का दोष नष्ट होगा। इसके अलावा यह ग्रहण कर्क, तुला, कुंभ और मीन राशि के लोगों के लिए शुभ फल देने वाला है।
56 वर्ष बाद पड़ रहा ग्रहण
यह सूर्य ग्रहण 56 वर्ष बाद पड़ेगा। घर में रखी खाद्य सामग्री में तुलसी की पत्तियां डाल दें। ग्रहण के बाद रखे हुए जल को प्रवाहित कर दें। छह गृही योग में सूर्य ग्रहण का असर व्यापारिक व पारिवारिक होगा। बचाव को गायत्री मंत्र का जाप करना उचित होगा।