पुणे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है। मनसे कार्यकर्ताओं पर पर आरोप है कि उन्होंने 22 फरवरी को अल्पसंख्यकों के घर में घुस कर उन्हें बांग्लादेशी बता उनका उत्पीडऩ और उन्हें परेशान किया है। इस मामले में 23 फरवरी को एफआइआर दर्ज की गयी है।
मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पोस्टर लगाये थे जिस पर लिखा हुआ था बांग्लादेशियों इस देश को छोड़ दों नहीं तो तुम्हें एमएनएस की शैली में बाहर निकाल दिया जाएगा। जैसे कि रायगढ़ और पनवेल में किया गया था। पोस्टर में एमएनएस चीफ राज ठाकरे और उनके बेटे और पार्टी नेता अमित ठाकरे की तस्वीरें छपी हुई थी।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का रुख बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर पहले से ही साफ है। आर्थिक राजधानी अब लोगों का भार सहन नहीं कर पा रही है जिससे आगे चलकर समस्या और बढ़ जाएगी। खाने-पीने से लेकर हर चीज के लिए लोग परेशान हो जाएंगे साथ ही राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी खतरा मंडरा रहा है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेन प्रमुख राज ठाकरे ने पाकिस्तानी व बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरोध में रैली भी निकाली थी। ये रैली मरीन ड्राइव से शुरु होकर आजाद मैदान तक गयी थी। इस रैली में मनसे कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया था। इस रैली का नेतृत्व स्वयं पार्टी प्रमुख राज ठाकरे ने किया था। इस रैली में राज ठाकरे ने सीएए और एनआरसी का समर्थन किया था और विरोधियों से सवाल भी किये थे।