रांचीः रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पायलट की समझदारी की वजह से 180 लोगों की जान बच गई. समय रहते ही पायलट को तकनीकी खामियों का पता चल गया. प्रभात खबर के अनुसार रांची से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6E 398 में कुछ तकनीकी दिक्कत आ गई लेकिन पायलट को इसका आभास हो गया और उसने विमान को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा लिया.
एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि ग्राउंड रन के दौरान ही पायलट को विमान में तकनीकी गड़बड़ी का एहसास हुआ. प्लेन रोककर जांच की गई. तकनीकी समस्या दूर करने में इंजीनियर्स को करीब ढाई घंटे का समय लग गया. सुबह 9:35 बजे विमान को उड़ान भरना था, लेकिन विमान को करीब 12 बजे रवाना किया जा सका.
टाइम-टेबल के हिसाब से रांची-दिल्ली नॉन स्टॉप प्लेन को 11:40 बजे दिल्ली पहुंच जाना था. इंडिगो एयरलाइंस के 180 सीटर A320 विमान में सारी सीटें फुल थीं. इससे पहले बताया गया कि इंडिगो एयरलाइंस के इंजन में आग लग गई थी. हालांकि, एयरपोर्ट के सूत्रों ने इससे इनकार किया है.
गौरतलब है कि सस्ती उड़ान सेवाएं देने वाली कंपनी इंडिगो ने हाल ही में इंजनों में गड़बड़ी के चलते अपने तीन ए-320 नियो विमानों को परिचालन से बाहर कर दिया है. विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन तीनों विमानों में प्रैट एंड व्हिटनी के इंजन लगे हैं. कंपनी ने यह निर्णय यूरोपीय विमानन सुरक्षा नियामक ईएएसए के निर्देश के बाद किया. अधिकारी ने बताया कि ईएएसए ने शुक्रवार को ए-320 नियो विमानों के लिए आपातकालीन निर्देश जारी किए. यह पीडब्ल्यू1100 के विशिष्ट क्रमांक वाले इंजन वाले विमानों के लिए जारी किए गए.