दरअसल पिछले दिनों नवाज शरीफ की सरकार ने blasphemy यानी ईश निंदा कानून में संशोधन की कोशिश की थी जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में हंगामा मच गया था और सरकार को अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे. इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ पर भी एक शख्स ने स्याही फेंक दी थी.

ये घटना उस समय हुई जब आसिफ एक कार्यक्रम में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. स्याही फेंकने वाले व्यक्ति का आरोप था कि आसिफ की पार्टी ने पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम के अंतिम नबी होने की मान्यता को संविधान के माध्यम से बदलने की कोशिश की है, जिससे उसकी भावनाएं आहत हुई हैं. आसिफ पर स्याही फेंकने के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया था. पार्टी कार्यकर्ताओं ने घटना के बाद संदिग्ध को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी थी और फिर उसे पुलिस को सौंप दिया था.