नई दिल्ली: अफगानिस्तान की एयरफोर्स में रही पहली फिक्स्ड विंग महिला पायलट ने अमेरिका में शरणस्थल खोजना शुरू किया है। कैप्टन नीलोफर रहमानी ने इरादे जाहिर करते हुए बताया कि वह टैक्सास में होने वाली 15 महीने की ट्रेनिंग अमेरिका में रहकर ही बिताना चाहती है
रहमानी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अफगानिस्तान में अभी भी कोई सुधारात्मक बदलाव नहीं आया है। उल्टा वहां तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। रहमानी ने उसके अमेरिकी प्रशिक्षकों को बताया कि वह एक सैन्य पायलट तो बनना चाहती है लेकिन उसके देश के झंडे तले नहीं। उसने पहले से ही अमेरिका में पनाह पाने के लिए याचिका लगा रखी है जहां उसे एयरफोर्स ज्वाइन करने की उम्मीद है। यह भी बताया जाता है कि पिछले साल रहमानी को जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थीं।
नीलोफर अफगानिस्तान की मशहूर हस्तियों में से एक है जो कि वहां की पहली फिक्स्ड विंग महिला पायलट है। पिछले साल उन्हें वाशिंगटन में इंटरनेशनल वूमन ऑफ करेज का भी पुरस्कार दिया गया था। मिशेल ओबामा ने कहा है कि, “अब वह दूसरी महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार है जो उसके नक्शे कदम पर चल सकें। जब वह 18 साल की थी तभी से वह ऐसा बनने का ख्वाब देखती थी।”