योगी राज में होने जा रही यूपी बोर्ड की तीसरी परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार परीक्षा केन्द्रों पर ब्राडबैंड और राउटर लगाने की तैयारी कर रहा है, ताकि इंटरनेट कनेक्शन होने पर बेब कास्टिंग के जरिए परीक्षा केन्द्रों की ऑन लाइन मानीटरिंग की जा सके.
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक यदि परीक्षा केन्द्र में ब्राडबैंड और राउटर लगे हैं और इंटरनेट कनेक्शन मौजूद है तो परीक्षा केन्द्र की आईडी और पासवर्ड डालकर आसानी से यूपी बोर्ड के दफ्तर में बैठकर परीक्षा केन्द्र की गतिविधियों को देखा जा सकता है.
यूपी बोर्ड की सचिव के मुताबिक नकल विहीन, पारदर्शी परीक्षा कराने के लिए पहले वर्ष जहां परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी कैमरे लगवाये गए थे. वहीं दूसरे वर्ष उनमें वायस रिकार्डर लगवाया गया था. जिससे नकल माफियों के हौसले पस्त हुए थे और नकल का ग्राफ भी गिरा है. लेकिन इस बार की परीक्षा में यूपी बोर्ड नया प्रयोग करने जा रहा है. यूपी बोर्ड की सचिव ने कहा है कि इसके साथ ही नकल रोकने के लिए दूसरे उपाय भी जारी रखे जायेंगे.
बोर्ड परीक्षा के लिए कोडेड कापियां भेजी जा रही हैं. इसके साथ ही इस बार कापियों में कुछ नये फीचर्स भी जोड़े जा रहे हैं. जिससे नकल होने की संभावना को पूरी तरह से खत्म किया जा सके. इसके लिए दस जिलों में स्टेपल के बजाय सिलाई वाली कापियों को भेजा जायेगा.