पनामा पेपर स्कैंडल में गिरफ्तार किए गए लॉ फर्म के दो सहयोगियों को जमानत मिल गई है।
पनामा सिटी । पनामा पेपर स्कैंडल में गिरफ्तार किए गए उसके लॉ फर्म के दो सहयोगियों जुरगेन मोसैक और रमन फोन्सेका को जमानत मिल गयी है। दोंनों पर रिश्वतखोरी का मामला चल रहा है। जुरगेन मोसैक और रमन फोंसेका के वकील मार्लीन ग्युरा ने बताया कि दोनों को कल 50-50 हजार डालर की जमानत पर छोड़ दिया गया। दोनों लोगों को मनी लांड्रिग और घूसखोरी के आरोपों के चलते 9 फरवरी को हिरासत में लिया गया था, यह मामला ब्राजील में “कार वॉश” मामले के रूप में जाना जाता है।
दोनों पर आरोप है कि इन्होंने ब्राजीली कंपनियों के माध्यम से वहां के नेताओं को अपने कार्यों के लिए रिश्वत दी थी। रिश्वत की कीमत लगभग 800 मिलियन डॉलर बताई जा रही है। यह मामला सीधे-सीधे पनामा पेपर्स से जुड़ा हुआ है, जिसने मोसेक फोंसेका लॉ फर्म द्वारा कई गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक किया था। मोसेक फोंसेका कंपनी पूरी दुनिया में कम से कम दो लाख कंपनियों से जुड़ी हुई है जो इसके लिए एजेंट का काम करते हैं और पैसा एकत्र करते हैं। कंपनियों से सीधे सौदेबाजी करने की बजाय यह उन्हें सलाह देती है। कई स्थान पर यह दलाली भी करती है।
ब्राजील में मोसेक फोन्सेका की प्रतिनिधि मारिया मर्सिडीज रियानो को भी पनामा में हिरासत में लिया गया है। ब्राजीली अभियोजन पक्ष को संदेह है कि मारिया रिश्वत भुगतान की सुविधा के लिए अपतटीय कंपनियों से मदद लेती थी, जबकि मोसेक फोंसेका का दावा है कि वह ब्राजील की सहायक कंपनी के साथ काम करते हैं। रियानो के वकील का तर्क है कि वह केवल पनामा में मुख्यालय से आदेश का पालन कर रही थीं।