सऊदी अरब ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या की पूरी जांच कराने का भरोसा दिया है। यह बात रविवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कही। मैटिस बहरीन में मनामा फोरम के दौरान सऊदी विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर के साथ वार्ता के बाद मनामा से प्राग जा रहे विमान में मीडिया से बात कर रहे थे।
मैटिस को प्राग में चेक गणराज्य के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेना है। खास बात यह है कि क्षेत्र में ईरान के प्रभुत्व को सीमित रखने के लिए अमेरिका सऊदी अरब को एक भरोसेमंद मित्र मानता है।
बता दें कि अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विरोधी जमाल खशोगी की दो अक्टूबर को इस्तांबुल में हत्या कर दी गई थी।
पत्रकार की हत्या कथित तौर पर सऊदी एजेंटों द्वारा इस्तांबुल के वाणिज्य दूतावास में की गई थी। हत्या में शामिल कुछ लोगों के संबंध प्रिंस मोहम्मद से पाए गए हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना की पारदर्शिता के साथ पूरी जांच कराने पर हमने जुबेर के साथ बात की है। जांच में उन्होंने पूरे सहयोग का भरोसा दिया है।
हालांकि वार्ता के दौरान उन्होंने हत्या में सऊदी अधिकारियों के शामिल होने पर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होने के संबंध में भी सऊदी गणराज्य को चेताया।
सरकारी अभियोजक ने कहा, पूर्व नियोजित थी हत्या
सऊदी अरब के सरकारी अभियोजक ने खशोगी की हत्या को पूर्व नियोजित बताया है। यह वहां की सरकार के आधिकारिक बयान के बिल्कुल विपरीत है, जिसमें उसने हत्या को अकस्मात करार दिया था।
वहीं जांच के सिलसिले में सऊदी अरब के अटार्नी जनरल सऊद अल मोजेब के जल्द तुर्की पहुंचने की संभावना जताई गई है।
तुर्की ने भले ही उनके रविवार रात तक पहुंचने की बात कही है, लेकिन सऊदी अरब ने उनकी यात्रा को लेकर कोई घोषणा नहीं की है।