काठमांडू: नेपाल में 200 सालों से भी ज्यादा समय से चली आ रही राजशाही का मई 2008 में खात्मा हो गया था. उसके बाद से नेपाल में तीसरा राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है. नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी और नेपाली कांग्रेस की नेता कुमारी लक्ष्मी राय ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है.
राष्ट्रपति चुनाव की तारीख 13 मार्च निर्धारित है. विद्यादेवी भंडारी नेपाल की पहली महिला राष्ट्रपति हैं. विद्या देवी(55) के फिर से राष्ट्रपति निर्वाचित होने की संभावना है क्योंकि उनको सत्तारूढ़ सीपीएन- यूएमएल- सीपीएन- माओवादी सेंटर का समर्थन मिला है. निर्वाचक मंडल में 800 से अधिक वोट हैं.
विद्या ने छात्र आंदोलन से की शुरुआत
विद्या ने 1979 में एक वामपंथी छात्र आंदोलन से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. इसके बाद वह सीपीएन- यूएमएल की सदस्य बनीं. इस दौरान वे अंडरग्राउंड हो गईं और उन्होंने मोरंग जिले से पार्टी विहीन पंचायत तंत्र के खिलाफ संघर्ष किया.
कम्युनिस्ट नेता मदन भंडारी से रचाई शादी
विद्या भंडारी ने प्रसिद्ध कम्युनिस्ट नेता मदन कुमार भंडारी से शादी की. 1993 में एक सड़क हादसे में मदन की संदिग्ध मौत के बाद राजनीति में विद्या की दूसरी पारी शुरू हुई. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री कृष्णप्रसाद भट्टाराई के खिलाफ चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वह एक साल तक सांसद रहीं. उन्होंने 1994 और 1999 में लगातार दो संसदीय चुनाव भी जीते.