साल 2016 भारत के लिए आर्थिक, राजनीतिक और सामरिक दृष्टि से बेहद क्रन्तिकारी रहा l प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन कर वैश्विक मंदी के खतरे को टालने की उम्मीद बन कर उभरा। मोदी के कुशल अंतरराष्ट्रीय राजनय ने भारत का वैशिवक मंचों जहाँ एक ओर मान बढ़ाया तो वहीँ पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर अलग-थलग कर गहरी चोट पहुँचाई l देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा दे कर सरकार ने जहाँ जीडीपी को 7 % से अधिक की रफ़्तार से बढ़ाया तो वहीँ शेयर बाजार भी तेज़ी के प्रभाव में रहाl
लेकिन साल के अंत में नोटबंदी के चौकाने वाले फैसले ने देश में आर्थिक आपकताल जैसे हालात पैदा कर दिए l मोदी सरकार के अधूरी तैयारी के साथ लिए नोटबंदी के निर्णय ने किसानों, कामगारों और व्यपारियों के लिए अभूतपूर्व आर्थिक संकट खड़े कर दिए।
अब ग्रह-नक्षत्र इस ओर इशारा कर रहे हैं की भारत में नोटबंदी से उपजे आर्थिक हालत सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यस्था पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। साल 2017 की पहली तिमाही में बाजार की चाल सुस्त रहेगी। चंद्रमा में राहु की दशा में चल रही भारत की कुंडली यह संकेत दे रही है की सरकार बजट में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कानून लाएगी जिससे भारत विश्व की सबसे खुली अर्थव्यस्थाओं में से एक बनकर उभरेगा।
खुदरा बाजार , दवाइयों, कृषि, बैंकिंग के क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की मोदी सरकार की नीति का जम कर विरोध होगाl गोचर में धनु राशि में आ कर शनि सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा कर सकते हैं l नोटबंदी और उदारीकरण का लाभ आम जनता को ना हो कर बड़े पूंजीपतियों को होगा जिससे देश में कम आय-वर्ग के लोगों में सरकार के प्रति असंतोष बढेगाl चंद्रमा-राहु की विमशोत्तरी दशा सरकारी नीतियों को लेकर जनता के मन में भ्रम की सिथति पैदा कर देगीl
किन्तु राहु की अंतरदशा नोकरी पेशा लोगों के लिए लाभदायक रहेगी। बजट में इनकम टैक्स में मिलनेवाली ढाई लाख की छूट की सीमा को बढ़ा कर मोदी सरकार मध्यमवर्ग को बड़ी राहत देगी l बैंकों की ब्याज दरों में कमी से होम लोने और छोटे व्यावसायिक कर्ज लेने वालों को भी लाभ मिलेगा।
राहु की अंतरदशा में देश में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और दवाइयों का उत्पादन बढ़ने से इनकी कीमतों में कमी आएगीl किन्तु कमज़ोर हिन्दू नव-वर्ष की कुंडली इस बात के संकेत दे रही है की पडोसी देश पाकिस्तान से सीमा विवाद के कारण अप्रैल से सितंबर के बीच तनाव युद्ध जैसे हालात पैदा कर सकता हैl साल की अंतिम तिमाही में तुला राशि में चल रहे गुरु सोने-चाँदी और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ जनता को महंगाई से कष्ट देंगे।