गाले: श्रीलंका दौरे में भारतीय क्रिकेट टीम पहले टेस्ट मैच में मेजबान श्रीलंका का सामना कर रही है..भारतीय टीम इस समय टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर है जबकि श्रीलंका की वरीयता इससे काफी नीचे यानी सातवें नंबर है. भारत के लिए हार्दिक पांड्या करियर का पहला टेस्ट खेल रहे हैं .मैच भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया है. 52 ओवर के भारतीय टीम का स्कोर एक विकेट खोकर 268 रन है. अभिनव मुकुंद (12) आउट होने वाले बल्लेबाज हैं. शिखर धवन 180 और चेतेश्वर पुजारा 72 रन बनाकर क्रीज पर हैं.
लंच के बाद श्रीलंका की ओर से फेंके गए पहले ही ओवर में शिखर धवन के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की नजदीकी अपील हुई लेकिन गेंद की ऊंचाई के कारण धवन बचने में सफल रहे. गेंदबाज थे नुवान प्रदीप. अगले ओवर में धवन ने हेराथ को लगातार दो चौके लगाए. इसके अगले ही ओवर में धवन ने फिर चौका जमाया. पारी के 33वें ओवर में धवन ने फिर दिलरुवान परेरा को दो चौके लगाए. जल्द ही धवन ने दिलरुवान परेरा को चौका जड़ते हुए करियर का पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया. इसके लिए उन्होंने 110 गेंदों का सामना कर 16 चौके जमाए.
जियो 4G फीचर फोन को लेकर आई आपके लिए सबसे बड़ी खबर…
खास बात यह है कि धवन ने अपना आखिरी टेस्ट शतक इसी मैदान पर बनाया था. वक्त गुजरने के बाद धवन और पुजारा की साझेदारी श्रीलंका की मुश्किल बढ़ाती जा रही थी. शिखर के शतक पूरा करने के थोड़ी ही देर बाद पुजारा ने भी चौका लगाकर करियर का 16वां अर्धशतक पूरा किया. धवन की बल्लेबाजी का शानदार दौर जारी रहा और जल्द ही वे 150 के स्कोर के पार पहुंच गए.उनके 150 रन 147 गेंद पर 24 चौकों की मदद से पूरे हुए. जल्द ही इन दोनों बल्लेबाजों के बीच 200 रन की साझेदारी पूरी हुई.अपनी शानदार बैटिंग का दौर जारी रखते हुए शिखर जल्द ही दोहरे शतक के करीब पहुंच गए. दिनेश चंदीमल के अस्वस्थ होने के कारण कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे रंगना हेराथ इस दौरान पूरी तरह असहाय नजर आ रहे थे.
सेशन 1: हावी रहे भारतीय बल्लेबाज
मुरली विजय के चोटग्रस्त होने के कारण दौरे से बाहर होने और राहुल के वायरल फीवर से पीड़ित होने के कारण भारत के लिए शिखर धवन के साथ पारी की शुरुआत अभिनव मुकुंद ने की. श्रीलंका की ओर से पहला ओवर नुवान प्रदीप ने फेंका जिसमें चार रन बने. पारी के तीसरे ओवर में प्रदीप की गेंद पर शिखर ने पारी का पहला चौका लगाया.पारी के सातवें ओवर में ही कप्तान हेराथ ने ऑफ ब्रेक बॉलर दिलरुवान परेरा को गेंदबाजी पर उतारा. आठवें ओवर में अभिनव मुकुंद (12रन, दो चौके) के रूप में टीम इंडिया को पहला झटका लगा जिन्हें नुवान प्रदीप की गेंद पर विकेटकीपर डिकवेला ने कैच किया. पहला विकेट 27 के स्कोर पर गिरा.
मुकुंद के आउट होने के बाद धवन और पुजारा की जोड़ी ने स्कोर को 50 रन के पार पहुंचाया. कप्तान हेराथ ने आक्रमण पर आते हुए भारतीय बल्लेबाजों के लिए अपने बाउंस से परेशानी जरूर की लेकिन वे इस साझेदारी को तोड़ नहीं पाए. भारतीय टीम के 50 रन 14वें ओवर में पूरे हुए.भारतीय टीम के 50 रन 14वें ओवर में पूरे हुए. इसी ओवर में धवन को जीवनदान भी मिला जब लाहिरु कुमारा की गेंद पर गुणरत्ने ने उनका कैच टपका दिया.जल्द ही धवन-पुजारा के बीच अर्धशतकीय साझेदारी पूरी हुई.22वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर शिखर धवन ने अपने करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान उन्होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके जमाए. अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन ने हेराथ की गेंद पर लगातार दो चौके जमाए.22वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर शिखर धवन ने अपने करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान उन्होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके जमाए. अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन ने हेराथ की गेंद पर लगातार दो चौके जमाए. पहले सेशन में कुल 27 ओवर हुए.लंच के समय भारतीय टीम का स्कोर एक विकेट पर 115 रन था. शिखर धवन 64 और चेतेश्वर पुजारा 37 रन बनाकर क्रीज पर थे.
गाले वही स्थान है जहां भारत को दो साल पहले शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इसके बाद उसने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और विश्व की नंबर एक टीम बना. युवा और आक्रामक कोहली अब परिपक्व कप्तान बन गए हैं, जिनकी अगुवाई में टीम ने 2016-17 के सत्र में वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत दर्ज की.
इसके साथ ही रवि शास्त्री ने दूसरी बार भारतीय टीम के महत्वपूर्ण पद पर अपनी नई पारी की शुरुआत की है. टीम पिछले पांच दिन से साथ में है और लगता है कि खिलाड़ियों ने अनिल कुंबले के पद छोड़ने और कोच चयन प्रक्रिया को लेकर चले नाटकीय घटनाक्रम को पीछे छोड़ दिया है.
इस पूरे घटनाक्रम के मद्देनजर शास्त्री की निगाह अब गाले स्टेडियम में अच्छा परिणाम हासिल करने पर टिकी है जहां मेजबान टीमों को अक्सर जूझना पड़ा है. तब वह टीम निदेशक थे और तब उन्होंने कोलंबो में दूसरे टेस्ट मैच से पूर्व अपनी टीम का हौसला बढ़ाया. इसका फायदा भी मिला और भारत आखिर में यह सीरीज 2-1 से जीतने में सफल रहा था.