कोराना वायरस से बचाव के लिए जारी टीकाकरण अभियान में जब जागरूकता के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं, ऐसे में पूरे देश के लिए जालौन जिले की 109 वर्षीय राम दुल्हैया प्रेरणास्रोत बनकर सामने आई हैं। सबसे उम्रदराज राम दुल्हैया का टीकाकरण उरई में सीएचसी में किया गया। वैक्सीनेशन के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आधा घंटे विशेष निगरानी में रखा है और फिर सामान्य देखकर घर भेज दिया गया।
कोरोना के टीकाकरण को लेकर लोगों में असमंजस के हालात बने हैं। ऐसे समय में उरई के वीरापुर गांव में रहने वाली 109 साल की बुजुर्ग राम दुल्हौया पत्नी नत्थू निरंजन ने गुरुवार को टीकाकरण कराया। उनके वैक्सीनेशन के बाद 60 वर्षीय से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के लिए वह किसी प्रेरणास्रोत से कम नहीं हैं। आज जब देश-दुनिया में कोरोवायरस से बचाव के लिए टीकाकरण को लेकर सरकार जागरूकता अभियान चला रही है और टोलियां बस्ती और मोहल्लों में जाकर जागरूक कर रही है तब राम दुल्हैया ने मिसाल कायम की है।
सीएचसी में वैक्सीनेशन के बाद राम दुल्हैया को करीब आधा घंटे रोका गया। जिले में सबसे अधिक उम्र की महिला का टीकाकरण करने के बाद डॉक्टरों ने विशेष निगरानी की। हालत सामान्य देखकर प्रशासन की ओर से प्रश्स्ति पत्र देने के बाद ससम्मान उन्हें घर भेजा गया। भाजपा विधायक गौरीशंकर वर्मा समेत अफसरों ने उनका फूल माला और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। पहली डोज के बाद अब उन्हें दूसरी डोज लगेगी।
जालौन के अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार ने बताया कि जनपद में यह पहला मौका है, जब 109 वर्षीय महिला को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। उनकी उम्र अभिलेखों में 109 वर्ष है। राम दुल्हैया ने कहा कि महामारी से बचने के लिए सभी को गंभीर होना चाहिए और अस्पताल में टीका जरूर लगवाना चाहिये।