दारुल उलूम देवबंद के मुफ्ती ने एक और अजीबोगरीब फतवा जारी किया है. देवबंद ने अपने फतवे में कहा है कि मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों का फुटबॉल मैच देखना गलत है. फतवे में कहा है कि मुस्लिम महिलाएं फुटबॉल मैच नहीं देख सकतीं क्योंकि पुरुष खिलाड़ियों के घुटने खुले होते हैं. यह फतवा देवबंद के मुफ्ती अतहर कासमी ने दिया.
Football is played wearing shorts, so watching men playing with bare knees is forbidden for women, its against religious belief: Mufti Athar Kasmi,Darul Uloom Deoband pic.twitter.com/Jc3RZmrmKW
— ANI (@ANI) January 30, 2018
मुफ्ती कासमी उन पुरुषों पर भी बरसे जो अपनी बीवियों को टेलीविजन पर फुटबॉल देखने की इजाजत देते हैं. कासमी का विवादित फतवा ऐसे वक्त में आया है, जब मुस्लिम देश सऊदी अरब ने इसी महीने अपने यहां की महिलाओं को स्टेडियम में फुटबॉल मैच देखने की इजाजत दे दी है. सऊदी अरब में सुन्नी मुसलमान बहुतायत में हैं. वहां महिलाओं को स्टेडियम में फुटबॉल मैच देखने की इजाजत मिल गई है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले देवबंद के एक मुफ़्ती ने फ़तवा जारी किया था जिसमे बैंक में नौकरी करने वाले परिवार में शादी करने से परहेज करने को कहा गया था. इसके अलावा एक अन्य फतवे में मुफ़्ती ने अंगों को दिखाने वाले तंग बुरके न पहनने की नसीहत दी थी. और अब यह अजीबोगरीब फ़तवा दिया गया है. देवबंद के हर फतवे पर विवाद छिड़ा है और इसने खूब सुर्खियां बटोरी हैं.