केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के कुछ स्कूलों को धमकी भरे ई-मेल भेजने जाने के मद्देनजर सोमवार को स्थिति की समीक्षा की और स्कूलों में सुरक्षा सीसीटीवी कैमरे और ई-मेल की नियमित निगरानी बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। भल्ला ने दिल्ली पुलिस और स्कूलों से एक प्रभावी प्रतिक्रिया तंत्र के लिए नजदीकी समन्वय रखने को कहा ताकि झूठी सूचना से अनावश्यक दहशत न फैले।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के कुछ स्कूलों को धमकी भरे ई-मेल भेजने जाने के मद्देनजर सोमवार को स्थिति की समीक्षा की और स्कूलों में सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरे और ई-मेल की नियमित निगरानी बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया।
भल्ला ने दिल्ली पुलिस और स्कूलों से एक प्रभावी प्रतिक्रिया तंत्र के लिए नजदीकी समन्वय रखने को भी कहा ताकि झूठी सूचना से अनावश्यक दहशत न फैले। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “गृह सचिव ने पिछले सप्ताह दिल्ली के कुछ स्कूलों को मिले ई-मेल के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विस्तृत प्रोटोकॉल और एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करने की जरूरत पर बल दिया।”
सीसीटीवी-ईमेल की नियमित निगरानी बढ़ाने की जरूरत
प्रवक्ता ने कहा, “गृह सचिव ने स्कूलों में सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरे और ईमेल की नियमित निगरानी बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया।” बैठक में दिल्ली के मुख्य सचिव और दिल्ली के पुलिस आयुक्त शामिल हुए।
दिल्ली-एनसीआर के 200 स्कूलों को मिली थी धमकी
दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को एक मई एक जैसे धमकी भरे ई-मेल मिले जिनमें दावा किया गया था कि उनके परिसर में विस्फोटक लगाए गए थे। इसके बाद बड़े पैमाने पर निकासी और तलाशी अभियान चलाया गया और घबराए हुए माता-पिता अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंचने लगे थे।
तलाशी के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला
हालांकि तलाशी के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद में भी करीब डेढ़ दर्जन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला ई-मेल मिला, लेकिन पुलिस ने सभी विद्यालयों की तलाशी के बाद इसे फर्जी करार दिया