नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर दिल्ली में हुई हिंसा अब थम गई है. लेकिन दिल्ली की सड़कों पर अभी भी दहशत का माहौल है, हिंसा के बाद का मंजर दिल्ली वालों को डरा रहा है.
गुरुवार रात तक हिंसा में मारे जाने वालों का आंकड़ा 39 तक पहुंच गया, जबकि सैकड़ों की संख्या में घायल हैं. दिल्ली की गलियों में सुरक्षाबलों की ओर से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है. उत्तर पूर्वी इलाके में हुई हिंसा की जांच करने के लिए पुलिस की ओर से SIT का गठन किया गया है.
दिल्ली हिंसा को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. ताजा जानकारी के अनुसार, 22 फरवरी से 26 फरवरी के बीच कुल 48 केस दर्ज किए गए हैं.
इनमें 41 दंगा भड़काने, 4 हत्या, 1 गैर इरादतन हत्या, 2 हत्या की कोशिश का केस है. अब तक जितने लोगों की जान गई है, उसमें 13 की मौत गोली लगने और 22 लोगों की अलग-अलग चोट लगने के कारणों से हुई है.
पुलिस की ओर से 24 घंटे सुरक्षा के लिए स्पेशल सीपी (कानून) की अगुवाई में 3 स्पेशल सीपी, 6 ज्वाइंट सीपी, 1 एडिशनल सीपी, 22 DCP, 20 ACP, 60 इंस्पेक्टर, 600 जवान, 100 महिला जवानों को तैनात किया गया है. साथ ही 60 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां भी तैनात हैं.