दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले में दंगे भड़काने के आरोप में गिरफ्तार आप के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन के घर के सीसीटीवी कैमरे बंद मिले हैं। निगम पार्षद के घर के सीसीटीवी जनवरी माह से बंद पड़े हुए थे। यह खुलासा फोरेंसिक रिपोर्ट से हुआ है। दिल्ली पुलिस को ताहिर हुसैन के खिलाफ अब तक इलेक्ट्रॉनिक सबूत नहीं मिले हैं।
दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने दंगों मामलों की जांच कर रही अपराध शाखा की एसआईटी को करीब ढाई हजार वीडियो दी है। इन वीडियो से ताहिर हुसैन समेत अन्य उपद्रवियों के खिलाफ सबूत मिल सकते हैं। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसआईटी ने ताहिर हुसैन के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों के चार डीवीआर को जब्त किया था।
इन डीवीआर को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। निगम पार्षद के घर लगे सीसीटीवी कैमरों का मुंह ऊपर की ओर हो रखा था। एसआईटी को अनौपचारिक रूप से डीवीआर की फोरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है। इन रिपोर्ट में कहा गया है कि निगम पार्षद के घर लगे सीसीटीवी कैमरे जनवरी महीने से बंद पड़े थे।
इन कैमरों में जनवरी महीने से कोई रिकार्डिंग नहीं हो रही थी। पुलिस अधिकारी मान रहे थे कि सीसीटीवी कैमरों से निगम पार्षद के घर से कोई सुराग हाथ लगेगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दंगों के दौरान किसी दंगाई ने रिकार्डिंग होने की आशंका के चलते कैमरों का मुंह ऊपर कर दिया था।
अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों के अनुसार ताहिर हुसैन के खिलाफ एसआईटी के पास अभी कोई इलेक्ट्रॉनिक सबूत नहीं है। पुलिस के पास कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं है। पुलिस शिकायतकर्ता व गवाहों के बयानों के आधार पर जांच कर रही और बयानों के आधार पर निगम पार्षद को गिरफ्तार किया गया था। निगम पार्षद ताहिर हुसैन का तीन दिन का पुलिस रिमांड सोमवार को खत्म हो रहा है। पुलिस आरोपी को सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी।