देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ शनिवार को चीन के दक्षिण-पश्चिम स्थित सिचुआन प्रांत में भारत से लगी सीमा के मुद्दे पर बातचीत की। वार्ता से ठीक पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि हमने मतभेदों को बातचीत और सलाह के जरिए ठीक ढंग से दूर कर लिया है। सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिरता कायम है।
डोभाल और वांग यी दोनों भारत-चीन सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि हैं, इसलिए दोनों के बीच होने वाली यह वार्ता अधिक मायने रखती है। सीमा विवाद के अलावा इस बातचीत में दोनों वार्ताकार दुजियांगयान शहर में पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अप्रैल में हुई वुहान शिखर वार्ता के बाद द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति का भी आकलन कर रहे हैं। इस साल की शुरुआत में चीनी स्टेट काउंसलर यांग जिची का स्थान लेने के बाद से वांग यी की डोभाल के साथ यह पहली बातचीत है।
इससे पूर्व दोकलम तनातनी पर हो चुकी है वार्ता
अजीत डोभाल और चीनी स्टेट काउंसलर यांग जिची के बीच इससे पहले नई दिल्ली में सीमा विवाद पर बातचीत हो चुकी है। यह वार्ता दोकलम पर 73 दिनों तक चली तनातनी के आलोक में हुई थी। इसका समापन होने पर चीन की पीपुल्स लिबलेशन आर्मी (पीएलए) ने वहां पर सड़क बनाने की अपनी योजना बंद की। बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का एक हिस्सा मानता है।
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