लखनऊ. यहां मंगलवार को चारबाग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही एक महिला की मौत हो गई। मृतका अपने पति और मासूम बेटी के साथ काम की तलाश में 15 दिन पहले राजधानी आए थे। जीआरपी ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
इलाज के नहीं थे पैसे, पत्नी ने बाहों में तोड़ा दम
– फैजाबाद जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के रहने वाला कल्पनाथ अपनी पत्नी सुमन और बेटे किशन (3) और डेढ़ साल की बेटी नंदनी के साथ 15 दिन पहले लखनऊ आए थे।
– कल्पनाथ ने बताया, ”मैं रोज काम की तलाश में निकलता था, 15 दिन में सिर्फ 6 दिन ही काम मिला। खाने के भी लाले पड़ गए थे, परिवार का पेट भरना जब मुश्किल हो गया तो फैमिली को लेकर वापस घर लौटने का प्लान बनाया।”
– ”पत्नी 3 दिन से बीमार थी, उसे तेज बुखार था। लेकिन मेरे पास इलाज के पैसे नहीं थे। मेडिकल स्टोर से बुखार की गोली लेकर उसे खिला दी। बुखार कम होने पर हम घर के लिए निकल पड़े।”
– ”हम ट्रेन का इंतजार कर रहे थे इसी बीच पत्नी को दोबारा से तेज बुखार चढ़ गया। मेरे पास इतने पैसे नहीं थे कि पत्नी को डॉक्टर के पास ले जा पाता। उसके माथे पर पट्टी रखता रहा, जिससे बुखार हल्का हो जाए, लेकिन कुछ देर बाद पत्नी ने मेरी बाहों में दम तोड़ दिया।”
– ”पत्नी की मौत के बाद मुझे रोता देख लोगों ने ध्यान दिया और जीआरपी को सूचना दी।”
पत्नी की मौत की खबर देने के लिए मिलाता रहा फोन, लेकिन
– एक यात्री ने बताया, ”पत्नी की मौत के बाद कल्पनाथ बेटी को गोद में लिए इधर उधर भटक रहा था। उसके पास पत्नी का शव घर ले जाने के पैसे नहीं थे।”
– ”वो बार-बार अपने मोबाइल पर किसी के कॉल आने का इंतजार कर रहा था। पूछने पर उसने बताया कि उसके मोबाइल में इतने पैसे नहीं है कि अपने करीबी को फोन कर मामले की सूचना दे सके।”
– ”इसके बाद एक यात्री ने उसका मोबाइल रिचार्ज कराया। लेकिन उसका दुर्भाग्य ऐसा कि किसी भी करीबी ने उसका फोन नहीं उठाया।”
– एसओ जीआरपी उमेश कुमार सिंह ने बताया, ”महिला की मौत स्टेशन के पोर्टिको में हुई है। उसके पति के मुताबिक, वह बीमार चल रही थी। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके घर पहुंचवा दिया जाएगा।”