अमेरिका में भारतीय आईटी पेशेवरों का लोहा मानते हुए आखिरकार ट्रंप प्रशासन भी मान रहा है कि कोई ऐसा रास्ता खोजा जाना चाहिए जिससे कि अमेरिका में रोजगार के अवसर भी कम नहीं हों और भारतीयों की भी परेशानी न बढ़े।
ट्रंप के फैसले पर अपीलीय अदालत ने भी लगाई रोक
हाफिज सईद ने चली टेढ़ी चाल, बदल दिया जमात-उद-दावा का नाम
इसी के तहत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने योग्यता आधारित आव्रजन प्रणाली का समर्थन किया है जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था व रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के साथ साथ भारतीयों के लिए भी अच्छा विकल्प बन सकेगी।
ट्रंप के इस विचार का भारतीय आईटी पेशेवर और उद्यमी भी स्वागत करेंगे। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ नीति सलाहकार स्टीफन मिलर ने एनबीसी न्यूज को बताया कि – ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश में योग्यता आधारित प्रणाली होनी चाहिए। इसके तहत अमेरिका में आने वाले लोग हमारी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आर्थिक तौर पर विभिन्न प्रकार के लाभ लेकर आएं और सभी के रोजगार में वृद्धि के लिए मदद करें।’ अमेरिका में भारतीय आईटी पेशेवरों और उद्यमियों को सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को समृद्ध बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि रोजगार सृजन के लिए भी जाना जाता है।