
अमेरिकी खुफिया विभाग की इस जानकारी के आधार पर रूसी फेडरल एजेंसी ने हमले की साजिश रचने वाले दो नागरिकों को गिरफ्तार किया। इस जानकारी से रूस के एक बड़े हमले से बच गया। बताया गया है कि रूसी राष्ट्रपति ने ट्रंप की इस मदद के लिए फोन कर शुक्रिया कहा।
क्रेमलिन ने अपने आधिकारिक बयान में दोनों नेताओं की बातचीत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। हालांकि, यह कहा गया है कि दोनों नेताओं ने साझा हित के कई मुद्दों पर बातचीत की औ द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने और आतंक के खिलाफ साथ बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, व्हाइट हाउस का इस बारे में अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बड़े समर्थक माने जाते हैं ट्रंप
रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया प्रायाद्वीप का बड़े हिस्से पर अपना कब्जा कर लिया था। उस दौरान अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रूस के इस कदम को देखते हुए उस पर प्रतिबंधों का एलान कर दिया था।
हालांकि, ट्रंप ने ओबामा के खिलाफ अपने चुनावी अभियान में कई बार रूसी राष्ट्रपति के समर्थन में बयान दिए थे। दूसरी ओर, रूस पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने के आरोप भी लगे। इसके बावजूद 2016 में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद ट्रंप ने दोनों देशों के बेहतर रिश्तों पर जोर दिया।
दो साल पहले भी ट्रंप ने आतंकी हमले की जानकारी दी थी
ऐसा पहली बार नहीं है, जब ट्रंप और पुतिन के बीच फोन पर वार्ता हुई है। इससे पहले दोनों नेता सीरिया, परमाणु समझौते, उत्तर कोरिया और व्यापार के मुद्दे पर बात कर चुके हैं। दिसंबर 2017 में भी ट्रंप ने पुतिन को सेंट पीटर्सबर्ग में आतंकी हमले की साजिश की जानकारी दी थी। तब भी रूसी राष्ट्रपति ने फोन करके अमेरिकी राष्ट्रपति का शुक्रिया जताया था।
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