हरारे। पहले मैच में शानदार जीत दर्ज करने वाली नई नवेली टीम इंडिया सोमवार को मेजबान जिंबाब्वे के खिलाफ होने वाले दूसरे वनडे मैच में जीत दर्ज कर सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी। भारत ने पहले वनडे में जिंबाब्वे को हर विभाग में मात दी और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का इरादा अपनी टीम से उसी तरह के प्रदर्शन को दोहराने का होगा।
टेस्ट सीरीज राहुल रहे आगे
पहले वनडे में युवा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने चार विकेट लेकर मेजबान टीम को 168 रन के मामूली स्कोर पर समेटने में अहम भूमिका निभाई, जबकि सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने पदार्पण मैच में नाबाद शतक जड़ा। अगस्त में टेस्ट सीरीज के लिए वेस्टइंडीज जा रहे राहुल सीरीज में आगे भी ऐसा ही प्रदर्शन कर अपने मनोबल को बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
अंबाती रायुडू ने भी 120 गेंदों पर 62 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर राहुल का अच्छा साथ निभाया। पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज के बाद बाहर हुए रायुडू को इस पारी से आत्मविश्वास निश्चित ही बढ़ा होगा। वह अपने अच्छे प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे। भारत ने जिंबाब्वे को 2013 और 2015 में क्रमशः 5-0 और 3-0 से शिकस्त दी थी। इस बार भी धौनी एंड कंपनी का इरादा एक और क्लीन स्विप का होगा।
गेंदबाजी में भारत के पांचों गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया है। तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी और बरिंदर सरां ने दो-दो विकेट चटकाए, जबकि स्पिनर अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल ने कंजूसी भरी गेंदबाजी करते हुए एक-एक विकेट हासिल किया। नौ विकेट की जीत का मतलब है कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों को क्रीज पर समय बिताने का मौका नहीं मिला। ऐसे में वह इस बार मौका मिलने पर उसे दोनों हाथों से भुनाना चाहेंगे।
जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला वनडे शतक जड़ने वाले मनीष पांडे भी चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे। वह मुख्य टीम में सुरेश रैना की जगह के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करना चाहेंगे।
करुण नायर भी इस बात को साबित करना चाहेंगे कि वह सिर्फ आइपीएल खिलाड़ी नहीं हैं बल्कि उनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रन बनाने की भी योग्यता है। ह देखना दिलचस्प होगा कि धौनी अंतिम 11 में पहले वनडे में जीत दिलाने वाली टीम को उतारेंगे या बैंच पर बैठे ऑफ स्पिनर जयंत यादव, बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज फैज फजल और मध्यक्रम के बल्लेबाज मंदीप सिंह को भी मौका देंगे।
दूसरी ओर जिंबाब्वे का प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं रहा है। टीम के पास कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन टीम पूरी तरह से एल्टन चिंगुबुरा पर निर्भर है, जो पहले वनडे में एंडी फ्लावर (213) और ग्रांट फ्लावर (221) के अलावा 200 वनडे खेलने वाले जिंबाब्वे के एकमात्र खिलाड़ी बने। वुसी सिबांदा, हैमिल्टन मसाकाद्जा और चामू चिभाभा भी अनुभवी क्रिकेटर हैं। एलेक्जेंडर क्रेमर 62 वनडे में 74 विकेट ले चुके हैं। वह चिंगुबुरा (101 विकेट) के बाद जिंबाब्वे के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। सिकंदर रजा, क्रेग इर्विन और सीन विलियम्स भी भारतीय टीम को चुनौती देने का माद्दा रखते हैं।
टीमें :
भारत : महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान), लोकेश राहुल, फैज फजल, मनीष पांडे, करुण नायर, अंबाती रायुडू, केदार जाधव, मनदीप सिंह, ऋषि धवन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, युजवेंद्र चहल, जयदेव उनादकट, धवल कुलकर्णी, अक्षर पटेल।
जिंबाब्वे : ग्रीम क्रेमर (कप्तान), तेंदाई चतारा, चामू चिभाभा, एल्टन चिंगुबुरा, तेंदाई सिसारो, क्रेग इर्विन, नेविल मदजिवा, टिमीसीन मारूमा, हैमिल्टन मसाकाद्जा, वेलिंगटन मसाकाद्जा, पीटर मूर, तबांडा मुपारिवा, रिचमंड मुतुंबामी, तुराई मुजराबानी, वुसी सिबांदा, सिकंदर रजा,डोनाल्ड तिरिपानो व सीन विलियम्स।