आजकल इस बदलते तकनिकी जीवन में स्मार्टफोन्स के सभी लोग भाग रहे है. फिर ावः चाहे बच्चे हो या बड़े सार्वजनिक स्थलों पर भी लोग नजारे देखने के बजाय अपने फोन में ही उलझे हैं. वही हालत तो यहां तक हो गई है कि मेले में भी लोग घूमने के बजाय फोन स्क्रॉल करता हुआ नज़र आता है. तो वही स्मार्टफोन से सबसे अधिक नुकसान बच्चों को हो रहा है. क्यूंकि अधिक मोबाइल इस्तेमाल करने के कारण बच्चों की आखें खराब हो रही हैं तो कईयों की रीढ़ की हड्डी और गर्दन में दर्द की शिकायत सुनने को मिल रही है.
इन्हीं बातों से परेशान होकर ब्रिटेन के निक हर्बर्ट नाम एक शख्स ने बच्चों के लिए एक खास मोबाइल एप लॉन्च किया है जो कि बिना माता-पिता को बताए बच्चों को फोन इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देगा. मिली जानकारी के मुताबिक निक ने RespondASAP नाम से एप बनाया है. इस एप के जरिए माता-पिता अपने बच्चों पर नजर रख सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि बच्चा कितनी देर से स्मार्टफोन इस्तेमाल किया जा रहा है.
दरअसल इस एप में एक फीचर है कि जैसे ही बच्चा फोन को इस्तेमाल करना चाहेगा तो पहले उसे अपने माता-पिता को एक मैसेज भेजना होगा उसके बाद ही स्मार्टफोन अनलॉक होगा. इस एप की खास बात यह है कि यदि फोन साइलेंट मोड पर भी है तो भी मैसेज भेजने पर आवाज आएगी. मैसेज रिसीव होने की आवाज तब तक आती रहेगी जब तक मैसेज रिसीव करने वाला यानी बच्चा उस मैसेज का रिप्लाई नहीं दें पाएगा.
सूत्रों के अनुसार इसके अलावा माता-पिता अपने फोन पर यह भी देख सकते हैं कि उनका बच्चा अपने स्मार्टफोन पर क्या-क्या कर रहा है. साथ ही मां-बाप किसी भी वक्त अपने बच्चे के फोन को अपने मोबाइल से लॉक कर पाएंगे. इस एप को लेकर निक का कहना है कि कई बार बच्चे स्मार्टफोन को हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में कई बार आवाज लगाने पर भी वे नहीं सुनते, लेकिन यदि उनके फोन में RespondASAP रहेगा तो उन्हें मॉनिटर कर पाएंगे. RespondASAP एप फिलहाल एंड्रॉयड डिवाइस के लिए ही है. जल्द ही इसे आईओएस के लिए पेश करेगा.