ब्रिटिश संसद श्रीराम के जयकारों से गूंज उठी। ब्रिटेन की सनातन संस्था (एसएसयूके) ने ब्रिटिश संसद में शंख की दिव्य ध्वनि के साथ कार्यक्रम शुरू किया गया। हाउस आफ कामन्स के भीतर का माहौल राममय हो गया था। श्रीराम को युगपुरुष के रूप में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान श्रीराम के भावपूर्ण भजन सुनाए गए जिसके बाद एसएसयूके सदस्यों ने काकभुशुण्डि संवाद की प्रस्तुति दी।
अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा विग्रह का पूरा विश्व बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस बीच ब्रिटिश संसद श्रीराम के जयकारों से गूंज उठी। ब्रिटेन की सनातन संस्था (एसएसयूके) ने ब्रिटिश संसद में शंख की दिव्य ध्वनि के साथ कार्यक्रम शुरू किया गया। हाउस आफ कामन्स के भीतर का माहौल राममय हो गया था। श्रीराम को युगपुरुष के रूप में सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान श्रीराम के भावपूर्ण भजन सुनाए गए, जिसके बाद एसएसयूके सदस्यों ने काकभुशुण्डि संवाद की प्रस्तुति दी। सनातन संस्था ने इस दौरान गीता के 12वें अध्याय का पाठ कर भगवान श्रीकृष्ण का भी भावभीना स्मरण किया। हैरो के सांसद बाब ब्लैकमैन ने राज राजेश्वर गुरु जी और ब्रह्मर्षि आश्रम, हन्सलो की स्वामी सूर्य प्रभा दीदी के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
सामुदायिक संगठनों, ब्रिटेन के लगभग 200 मंदिरों और संघों द्वारा हस्ताक्षरित ब्रिटिश घोषणापत्र प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को प्रस्तुत किया जाएगा। ब्रिटेन में धार्मिक समुदायों ने एक बयान जारी कर अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा विग्रह समारोह का स्वागत करने पर प्रसन्नता व्यक्त की।